
News India Live, Digital Desk: Harmful Drinks : यकृत हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो विषाक्त पदार्थों को निकालने और पोषक तत्वों को पचाने में मदद करता है। हालांकि, गलत खान-पान की आदतों और अस्वास्थ्यकर पेय पदार्थों के सेवन से लीवर में वसा जमा हो सकती है, जिसे फैटी लीवर कहा जाता है। यह समस्या धीरे-धीरे गंभीर बीमारियों का रूप ले सकती है।
हमारी खान-पान की आदतें और जीवनशैली इतनी तेजी से बदल रही है कि हमें खुद पर ध्यान देने का समय ही नहीं मिल पाता। समय की कमी और आलस्य के कारण हम अपने शरीर को कुछ भी खिला रहे हैं। आइए जानते हैं उन 4 पेय पदार्थों के बारे में जिनके नियमित सेवन से लिवर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
ये पेय पदार्थ लीवर के लिए बिल्कुल भी अच्छे नहीं हैं
1. उच्च चीनी वाले शीतल पेय
शीतल पेय में चीनी और फ्रुक्टोज की मात्रा अधिक होती है, जो यकृत को अतिरिक्त वसा जमा करने के लिए प्रेरित करती है। इनके लगातार सेवन से नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (एनएएफएलडी) का खतरा बढ़ जाता है।
2. शराब
अत्यधिक शराब का सेवन लीवर के लिए सबसे अधिक हानिकारक है। यह यकृत कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाकर एल्कोहॉलिक फैटी लीवर का कारण बन सकता है। धीरे-धीरे, लीवर सिरोसिस और अन्य गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
3. उच्च कैफीन ऊर्जा पेय
कुछ ऊर्जा पेय में कैफीन और चीनी की मात्रा अधिक होती है, जो लीवर पर अतिरिक्त दबाव डालती है। इसके अत्यधिक सेवन से लीवर की विषहरण क्षमता कमजोर हो सकती है।
4. प्रसंस्कृत फलों के रस
बाजार में उपलब्ध पैकेज्ड फलों के रस में बहुत अधिक मात्रा में चीनी और संरक्षक होते हैं। इनमें प्राकृतिक फाइबर की कमी होती है, जिसके कारण लिवर वसा को ठीक से संसाधित नहीं कर पाता और फैटी लिवर की समस्या धीरे-धीरे बढ़ सकती है।
इससे कैसे बचें?
ताजे फलों का रस या नींबू पानी पिएं।
- अपने आहार में हरी चाय और हर्बल पेय शामिल करें।
- प्रतिदिन खूब पानी पियें।
- शराब और प्रसंस्कृत पेय से बचें।