कैथल : विदेश जाने के चक्कर में एक व्यक्ति को बीवी-बच्चों समेत जंगलों में रहकर यातनाएं सहनी पड़ी। उसने अमेरिका जाने के लिए 67 लाख रुपये भी खर्च किए, लेकिन कबूतरबाजों ने सर्बिया- रोमानिया बार्डर पर खंडहरों में रखने के बाद उसे जापान का फर्जी वीजा थमा दिया। वहां से उसे गिरफ्तार करके डिपोर्ट कर दिया गया। अब रुपये वापस मांगने पर एजेंट उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। मामले में सीवन पुलिस ने कैथल व पंजाब के 5 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
गोबिन्दपुरा सीवन निवासी गुरलाल सिंह पुत्र जोगिन्द्र सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह विदेश जाना चाहता था। इस बारे में उसने सनसिटी डेरा अंबरसरिया निवासी दलजीत सिंह, उसके पिता कुलवंत सिंह, देवीगढ़ पंजाब निवासी कर्मजीत सिंह से बात की। उन्होंने बताया कि उनका एक पार्टनर रमन निवासी कपूरथला का है, जोकि पुर्तगाल में लिस्बन में रहता है। उनकी उससे बात हुई है। वह उससे 67 लाख 50 हजार रुपये लेंगे और अमेरिका भेज देंगे। इसके बाद उसने 28 लाख 50 हजार रुपये दलजीत सिंह, कुलवंत सिंह कर्मजीत के खातों में डलवा दिए।
गुरलाल सिंह ने बताया कि रुपये लेने के बाद उन लोगों ने उसे परिवार सहित दुबई भेज दिया और वहां 6 महीने तक रखा। इसके बाद वह उन्हें सर्बिया ले गए, जहां उन्हें दूसरे लोगों के साथ रमन भी मिला। वहां पर रमन दूसरे लोगों के साथ उन्हें जंगल के रास्ते सर्बिया व रोमानिया के बॉर्डर पर खंडहरों में ले गया। उन लोगों ने उसे परिवार सहित सर्बिया-रोमानिया बॉर्डर पर बिठा दिया। वह वहां अपनी पत्नी परमजीत कौर, दो नाबालिग बच्चों जसलीन व गुरवंश सिंह के साथ खंडहर में रहा। वहां पर रमन ने उसे दूसरे लोगों के साथ मिलकर धमकी दी कि या तो उन्हें रुपये दे दो नहीं तो तुम्हारे बच्चे ही मरेंगे। वह उसे आगे लेकर नहीं जाएंगे। इसके बाद उसने अपने भाई को फोन पर रुपये देने के लिए कहा। उसका भाई वसावा अगले दिन दलजीत सिंह के घर गए, जहां परमजीत भी मौजूद था। यहां दोनों ने उनको 32 लाख रुपये दे दिए, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी उनके पास है। इसके बाद आरोपितों ने उनका जाली वीजा जर्मन का लगा दिया और एयरपोर्ट पर भेज दिया। जाली वीजा होने के कारण उन्हें एयरपोर्ट पर रोक लिया और गिरफ्तार कर लिया गया। वहां से उसे उसके बच्चों के साथ रिपोर्ट कर दिया गया।
जांच अधिकारी जय प्रकाश ने बताया कि पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है।