सेना की वर्दी पहने आतंकवादी रूस की राजधानी मॉस्को के एक बड़े कॉन्सर्ट हॉल में घुस गए और दर्शकों पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं। इस हमले में 70 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 145 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इन 5 आतंकियों ने फायरिंग की और बम भी फेंके. यह घटना रूस में व्लादिमीर पुतिन के पांचवीं बार राष्ट्रपति बनने के दो दिन बाद हुई।
इस मामले में रूस के पूर्व राष्ट्रपति मेदवेदेव ने यूक्रेन को धमकी देते हुए कहा कि अगर मॉस्को कॉन्सर्ट हॉल हमले में कीव शासन का नाम सामने आया तो यूक्रेन के शीर्ष नेतृत्व को आतंकवादियों की तरह बेरहमी से मिटा दिया जाएगा. तो वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार ने पूर्व राष्ट्रपति मेदवेदेव की धमकी का जवाब देते हुए कहा है कि मॉस्को में हुए हमले से कीव का कोई लेना-देना नहीं है.
हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस-के ने ली है
मॉस्को में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ISIS-K ने ली है. उन्होंने अपने टेलीग्राम चैनल पर लिखा, ”इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने रूस की राजधानी मॉस्को के क्रास्नोगोर्स्क में क्रोकस सिटी हॉल (कॉन्सर्ट हॉल) में ईसाइयों की एक बड़ी सभा पर हमला किया। “हमले में सैकड़ों लोग मारे गए और घायल हुए और बड़े पैमाने पर विनाश हुआ।”
अमेरिका ने रूस से साझा की जानकारी
तो वहीं अमेरिकी खुफिया एजेंसी के एक अधिकारी ने न्यू एजेंसी को बताया है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि अफगानिस्तान में इस ग्रुप की एक शाखा मॉस्को में हमले की योजना बना रही है. उन्होंने ये जानकारी रूसी अधिकारियों से भी साझा की. अमेरिका का कहना है कि आईएसआईएस-के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का विरोध करता है और पिछले कई वर्षों से अपने प्रचार में पुतिन की आलोचना करता देखा गया है।