Forced Defeat on the cricket field: अंपायर के इन 5 फैसलों ने बदला मैच का रुख, टीम इंडिया निराश

Forced Defeat on the cricket field: अंपायर के इन 5 फैसलों ने बदला मैच का रुख, टीम इंडिया निराश
Forced Defeat on the cricket field: अंपायर के इन 5 फैसलों ने बदला मैच का रुख, टीम इंडिया निराश

News India Live, Digital Desk: Forced Defeat on the cricket field: क्रिकेट, जिसे जेंटलमैन गेम कहा जाता है, में अंपायरों की भूमिका बहुत अहम होती है। उनका एक भी फैसला मैच का रुख बदल सकता है। लेकिन कई बार अंपायरों से ऐसी चूकें हो जाती हैं, जो खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों, दोनों को निराश कर देती हैं। एक ऐसे ही मामले में, दावा किया जा रहा है कि अंपायर के कम से कम पाँच ऐसे विवादास्पद फैसले रहे, जिनकी वजह से टीम इंडिया को मैच में बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा और इससे भारतीय खिलाड़ियों में भी खासी नाराजगी देखने को मिली।

कौन से थे वो ‘गलत’ फैसले और उनका असर?

यह तो सभी जानते हैं कि टेस्ट मैचों में अक्सर एक-एक रन और एक-एक विकेट निर्णायक साबित होता है। उस मैच में, अंपायर द्वारा दिए गए 5 फैसलों पर सवाल उठे। हालांकि यहाँ विशेष फैसलों का ज़िक्र नहीं है, लेकिन ये गलतियाँ किसी भी मैच में अहम होती हैं, जैसे:

  1. आउट नहीं दिए गए (LBW या कैच): जब साफ दिख रहा था कि बल्लेबाज आउट है, लेकिन अंपायर ने उंगली नहीं उठाई, जिससे विरोधी टीम को जीवनदान मिला और उसने बड़ा स्कोर बना लिया।

  2. गलत आउट देना: भारतीय बल्लेबाजों को गलत तरीके से आउट करार देना, खासकर जब रिप्ले में साफ दिखे कि बॉल विकेट से दूर जा रही थी या बैट से पहले लगी थी।

  3. नो-बॉल/वाइड बॉल पर ध्यान न देना: अहम मौकों पर नो-बॉल या वाइड जैसी अतिरिक्त गेंदों को छोड़ देना, जिससे विरोधी टीम को अनुचित फायदा मिला।

  4. रन-आउट या स्टंपिंग के फैसलों में चूक: जब भारतीय टीम के क्षेत्ररक्षक ने बेहतरीन प्रयास करके रन-आउट या स्टंपिंग का मौका बनाया, लेकिन अंपायर की गलती से विपक्षी टीम के बल्लेबाज बच गए।

  5. बोनस या पेनाल्टी रनों से जुड़ा विवाद: कभी-कभी अंपायर फील्डिंग या ओवर के नियम में ऐसी चूक कर देते हैं, जिससे विरोधी टीम को बेवजह अतिरिक्त रन मिल जाते हैं।

इन फैसलों के कारण भारतीय टीम को खेल में अपनी पकड़ ढीली होती महसूस हुई। मैच में इन ‘बड़े ब्लंडर्स’ ने खेल की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े कर दिए। भारतीय खिलाड़ी इन फैसलों से निश्चित रूप से हैरान और निराश थे, क्योंकि हर टीम जीत के लिए मैदान पर उतरती है और ऐसे फैसले उनके मनोबल को तोड़ सकते हैं। क्रिकेट फैंस भी अंपायरिंग के ऐसे खराब प्रदर्शन को देखकर निराश होते हैं और अक्सर बेहतर अंपायरिंग स्टैंडर्ड्स की मांग करते हैं, ताकि खेल की आत्मा और उसकी निष्पक्षता बरकरार रह सके।

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