जयपुर : नगरीय विकास एवं आवासन विभाग में भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने विभाग के प्रमुख सचिव कुंजीलाल मीना और संयुक्त सचिव मनीष गोयल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उदयपुर एसीबी की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर बुधवार देर रात जयपुर एसीबी मुख्यालय थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें कुंजीलाल मीना और मनीष गोयल के साथ ही विभाग के अनुभाग अधिकारी हरिमोहन और पिछले दिनों पकड़े गए दलाल लोकेश जैन का भी नाम शामिल है।
एसीबी के जानकारों का कहना है कि इनके अलावा जांच में अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों की भूमिका सामने आती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उदयपुर में एसीबी ने दलाल लोकेश जैन को एक व्यक्ति से घूस लेते आठ मई को गिरफ्तार किया था। इसी मामले में जांच के दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर अब एसीबी ने विभाग के प्रमुख सचिव, संयुक्त सचिव सहित चार पर शिकंजा कसा है।
एसीबी ने लोकेश दलाल को यूडीएच विभाग के प्रमुख सचिव और संयुक्त सचिव के नाम पर 12 लाख रुपये की घूस लेते पकड़ा था। इसकी जांच में भी दोनों अधिकारियों का नाम सामने आया था। लोकेश के मोबाइल में उसकी वाट्सएप चैटिंग के माध्यम से परिवादी देवी लाल के साथ सौदेबाजी की जानकारी उजागर हुई है। दलाल लोकेश जैन की रिमांड अवधि आज मई 11 समाप्त हो रही है, उसे आज फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा। परिवादी देवी लाल ने एसीबी को दी शिकायत में आरोप लगाया था कि अपनी पैतृक जमीन का लैंड यूज बदलने के लिए उसने 2019 में आवेदन किया था, लेकिन दो साल तक एनओसी नहीं मिली तो आखिरकार उसने दलाल लोकेश से बात की। उसने 0.9157 हैक्टेयर जमीन के कन्वर्जन के लिए 25 लाख रुपये मांगे थे, लेकिन परिवादी ने इसकी शिकायत एसीबी में कर दी। सत्यापन के बाद एसीबी ने आठ मई को उसे गिरफ्तार किया था। उसके घर से एसीबी को जमीन के मामलों से जुड़ी 150 फाइलें मिली हैं।