अनिमेष और अरिंदम दोनों के भाई हैं। दोनों ने मिलकर अपने बागों में आम की मियाज़ाकी किस्म सफलतापूर्वक उगाई है। इस आम का असली नाम टैयो-नो-टोमागो है। यह आम दिखने में बहुत ही खूबसूरत होता है। इसके साथ ही औषधीय गुणों के कारण यह आम विश्व बाजार में ढाई लाख रुपए प्रतिकिलो तक बिकता है। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में यह आम 1500 रुपये प्रति पीस के हिसाब से खरीदा जाता है।
इस आम का वजन 900 ग्राम तक पहुंच जाता है।विशेषज्ञों
का कहना है कि जब यह आम पूरी तरह से पक जाता है तो इसका वजन 900 ग्राम तक पहुंच जाता है। साथ ही इसका रंग हल्का लाल और पीला हो जाता है और इसकी मिठास भी सभी को अपनी ओर खींच लेती है. इसके अलावा अन्य आमों की तुलना में इसमें फाइबर बिल्कुल भी नहीं पाया जाता है. इस आम को सन एग के नाम से भी जाना जाता है।
अरिंदम चक्रवर्ती और अनिमेष चक्रवर्ती ने अपने बगीचे में आम के 7 पेड़ लगाए हैं। इनमें से 3 पेड़ फल दे रहे हैं। अरिंदम बताते हैं कि उन्हें शुरू से ही गार्डनिंग का शौक रहा है। उनके पास 2000 पौधों का बगीचा है। उनके पास न केवल मियाज़ाकी बल्कि दुनिया भर के कई देशों में उगाए जाने वाले महंगे आमों का संग्रह है।