देश की राजधानी दिल्ली सोमवार रात गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठी. उत्तर पूर्वी दिल्ली के अंबेडकर कॉलेज के पास पुलिस और बदमाशों के बीच झड़प हुई जिसमें दो दर्जन से ज्यादा गोलियां चलीं. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बदमाशों की ओर से चलाई गई गोली पुलिसकर्मियों को भी लगी लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट की वजह से उनकी जान बच गई.
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे
फायरिंग की इस भीषण घटना के बाद दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच की. डीसीपी ने बताया कि दो दिन पहले सीलमपुर में फायरिंग हुई थी, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई थी और एक घायल हो गया था. पुलिस को इसी मामले में वांछित एक आरोपी के बारे में खुफिया जानकारी मिली. इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए अंबेडकर कॉलेज के पास जाल बिछाया और तीन लोग स्कूटर पर आते दिखे.
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की
पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया लेकिन आरोपी नहीं रुके और पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की जिसमें तीन आरोपियों के पैर में गोली लगी. इसके बाद पुलिस ने उसे मौके पर ही पकड़ लिया और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. गिरफ्तार तीनों अपराधियों के नाम अली उर्फ फहद, आसिफ उर्फ खालिद, अलसेजान उर्फ तोता हैं.
बुलेटप्रूफ जैकेट ने बचाई पुलिसकर्मियों की जान
बदमाशों की ताबड़तोड़ फायरिंग से दो पुलिसकर्मियों की बुलेट प्रूफ जैकेट पर भी गोलियां लगीं, लेकिन उन्हें कोई चोट नहीं आई। पुलिस बाकी आरोपियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है. शनिवार रात सीलमपुर में दो लोगों पर फायरिंग हुई जिसमें अरबाज नाम के आरोपी की मौत हो गई. जबकि एक अन्य का अस्पताल में इलाज चल रहा है. फायरिंग को लेकर पुलिस ने कहा कि यह गैंगवार भी हो सकता है क्योंकि मारे गए अरबाज का भी आपराधिक इतिहास रहा है.