शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा लगातार बढ़ती जा रही है। बेहतर प्रदर्शन के लिए कड़ी मेहनत के साथ-साथ एकाग्रता की भी जरूरत होती है। अखरोट एकाग्रता बढ़ाने में मददगार हो सकता है। एक अध्ययन से पता चला है कि हर दिन या सप्ताह में कम से कम तीन दिन मुट्ठी भर अखरोट खाने से किशोरों में एकाग्रता में सुधार होता है। यह स्टडी स्पेन के शोधकर्ताओं ने की है। इसे ई क्लिनिकल मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
यह पाया गया है कि रोजाना अखरोट खाने से किशोरों के संज्ञानात्मक कौशल में काफी वृद्धि होती है। साथ ही यह उनकी मनोवैज्ञानिक परिपक्वता को बढ़ाने में भी सहायक है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, पिछले अध्ययनों में मानसिक स्वास्थ्य पर बादाम के प्रभाव को दिखाया गया है। उनका दावा है कि किशोरावस्था में संज्ञानात्मक विकास पर इस तरह के उपभोग के प्रभाव की कभी जांच नहीं की गई है। अखरोट अल्फा-लिनोलेनिक फैटी एसिड से भरपूर होते हैं। यह एक प्रकार का ओमेगा-3 है, जो मस्तिष्क के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, खासकर किशोर अवस्था के दौरान।
शोध में 700 नाबालिगों ने भाग लिया। किशोरियों को रोजाना करीब 30 ग्राम अखरोट दिए जाते थे। उन्हें छह महीने तक लगातार इसी तरह खाने को कहा गया। यह पाया गया कि जिन लोगों ने 100 दिनों तक इसका इस्तेमाल किया, उनकी एकाग्रता में उल्लेखनीय सुधार हुआ।