गाजीपुर में भीषण सड़क हादसा: महाकुंभ से लौट रहे श्रद्धालुओं को डंपर ने कुचला, नौ की मौत

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गाजीपुर के वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर शुक्रवार दोपहर एक भयावह सड़क दुर्घटना हुई, जब महाकुंभ से गोरखपुर लौट रहे श्रद्धालुओं की पिकअप वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया और पीछे से आ रहे एक डंपर ने उन्हें कुचल दिया। इस दर्दनाक हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई, जिनमें चार महिलाएं, चार पुरुष और एक मासूम बच्ची शामिल हैं।

कैसे हुआ हादसा?

यह दुर्घटना रेवसा गांव के पास हुई, जब श्रद्धालुओं से भरी पिकअप का डाला टूट गया, जिससे उसमें सवार लोग अचानक सड़क पर गिर गए। तभी तेज रफ्तार से आ रहा एक डंपर उन्हें कुचलता हुआ निकल गया। हादसा इतना भयानक था कि मौके पर ही छह लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटनास्थल का मंजर बेहद भयावह था। शव क्षत-विक्षत हो गए थे, और सड़क पर खून व मांस के टुकड़े बिखरे हुए थे, जिससे वहां मौजूद लोग दहशत में आ गए।

श्रद्धालु महाकुंभ स्नान से लौट रहे थे

गोरखपुर जिले के बांसगांव क्षेत्र के 25 श्रद्धालु एक सप्ताह पहले महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गए थे। शुक्रवार को जब वे स्नान कर लौट रहे थे, तब वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर जाम में फंस गए। झूंसी में रात बिताने के बाद, जब वे यात्रा जारी रखे हुए थे, तभी यह भयानक हादसा हो गया।

घायलों की स्थिति और मृतकों की पहचान

इस दुर्घटना में कई श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। मृतकों की पहचान निम्नलिखित रूप से की गई:

  • अमर सिंह (45)
  • नित्या सिंह (5)
  • सुधा चौरसिया (55)
  • सुरेंद्र गुप्ता (54)
  • लीलावती (40)
  • श्याम सुंदर (45)
  • पुष्पा देवी (40)
  • गुलाबी देवी (45)
  • शोभावती (65)

इनमें से अधिकतर श्रद्धालु हरदीचक गांव के निवासी थे।

प्रशासन की कार्रवाई और जांच

घटना की सूचना मिलते ही डीएम आर्यका अखौरी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घायलों के इलाज की व्यवस्था की।

इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे गांव में शोक का माहौल है। मृतकों के परिजन सदमे में हैं, और स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। प्रशासन अब डंपर चालक की तलाश में जुट गया है और हादसे की जांच की जा रही है।

क्या यह लापरवाही से हुआ हादसा था? प्रशासनिक कार्रवाई से पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा या नहीं? यह आने वाले समय में साफ होगा।