दुगली का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बिना स्टाफ अस्पताल बेहाल

धमतरी, 20 मई (हि.स.)। धमतरी जिले के वनांचल ब्लाक नगरी के राजीव ग्राम दुगली के शासकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उप स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ की भारी कमी है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद राजीव गांधी के गोद ग्राम में स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए पर्याप्त स्टाफ नहीं है। इसे देखकर लोग कहने लगे हैं राजीव तेरे गांव का यह कैसा हाल है और बिना अस्पताल स्वास्थ्य सेवा बेहाल है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में फार्मासिस्ट का एक, स्टाफ नर्स का दो, हेल्थ ऐजुकेटर के दो, क्लर्क के एक, चतुर्थ श्रेणी के एक, हेल्थ सहायक का एक पद खाली है। उपस्वास्थ्य केन्द्र में एक पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता और एक कम्युनिटी हेल्थ आफिसर का पद खाली है।

शासकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में सेटअप के अनुसार दाे मेडिकल आफिसर है। एक फार्मासिस्ट था, जिसके सेवानिवृत्त होने के बाद पद रिक्त है। तीन स्टाफ नर्स होना चाहिए, लेकिन एक ही उपलब्ध है। एक हेल्थ वर्कर है। दो हेल्थ एजुकेटर और एक हेल्थ सहायक का पद स्वीकृत है, लेकिन एक भी नहीं है। दो क्लर्क होना चाहिए, लेकिन एक की ही पदस्थापना होना चाहिए। एक लैब टैक्निशियन है। चार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का पद स्वीकृत हैं, लेकिन तीन ही कार्यरत है। चौकीदार के रूप में गांव के व्यक्ति को रखकर काम चलाया जा रहा है। शासकीय उपास्वास्थ्य केन्द्र दुगली में एक-एक महिला एवं पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता और एक कम्युनिटी हेल्थ आफिसर का पद स्वीकृत है। लेकिन यहां वर्तमान में एकमात्र महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता कार्य कर रही है।

राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हैं दुगली

दुगली को राजीव ग्राम के नाम से जाना जाता है। 14 जुलाई 1985 को पत्नी सोनिया गांधी के साथ पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी दुगली आए थे। उन्होंने कमार परिवार के घर भोजन किया था। कमारों की जीवन शैली और संस्कृति को जानने की जिज्ञासा और उन्हें सरंक्षित करने की सोच यहां तक खींच लाई थी। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने दुगली में सभा ली थी और कहा था कि दुगली में किसी चीज की कमी नहीं होने दी जाएगी। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में फार्मासिस्ट का एक, स्टाफ नर्स का दो, हेल्थ ऐजुकेटर के दो, क्लर्क के एक, चतुर्थ श्रेणी के एक, हेल्थ सहायक का एक पद खाली है। उपस्वास्थ्य केन्द्र में एक पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता और एक कम्युनिटी हेल्थ आफिसर का पद खाली है।

राजीव गांधी के नाम से अनेक योजनाएं, पर दुगली की उपेक्षा

प्रदेश शासन ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम से अनेक योजनाएं बनाई है और उसका संचालन कर रही हैं। यहां जिला मुख्यालयों में नवनिर्मित कांग्रेस के कार्यालयों का नाम राजीव भवन रखा गया है। लेकिन अपने प्रधानमंत्रित्व काल में स्व. राजीव गांधी जिस ग्राम दुगली में आए थे, उस गांव की शासन-प्रशासन उपेक्षा कर रहा है, यह किसी विडंबना से कम नहीं है।

मुख्यमंत्री ने दुगली में कहा था किसी चीज की कमी नहीं होने दी जाएगी

प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की 75 वीं पुण्यतिथि पर 20 अगस्त 2019 को नगरी ब्लाक के ग्राम दुगली में आयोजित वनाधिकार मड़ई में पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने यहां कहा था कि दुगली पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का गांव है। यहां किसी चीज की कमी नहीं होने जाएगी। दुगली को विकसित करने के लिए योजानाएं भी बनाई गई। लेकिन अब दुगली को राज्य शासन और जिला प्रशासन दोनों भूल चुका है। इसलिए स्वास्थ्य जैसी महत्वपूर्ण सेवा के लिए यहां स्टाफ नहीं है।

पदों को भरने शासन को प्रस्ताव भेजा गया

राजीव ग्राम दुगली के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और उप स्वास्थ्य केन्द्र में जो-जो पद खाली हैं, उन्हें भरने के लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। नगरी ब्लाक के अन्य अस्पतालों में पदों को सेटअप के अनुसार नियुक्ति के लिए भी प्रस्ताव भेजा गया है।

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