Dorf-Ketal Chemicals ने IPO के जरिए 5,000 करोड़ रुपये जुटाने का फैसला लिया है, जिससे स्पेशिएलिटी केमिकल्स सेक्टर को और मजबूती मिलेगी।
स्पेशिएलिटी केमिकल्स मैन्युफैक्चरिंग में अग्रणी कंपनी डॉर्फ-केटल केमिकल्स इंडिया ने पूंजी जुटाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने 5,000 करोड़ रुपये के आईपीओ (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) के लिए सेबी (SEBI) के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है। यह आईपीओ 1,500 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर और 3,500 करोड़ रुपये के ऑफर फॉर सेल (OFS) पर आधारित होगा। OFS के तहत प्रमोटर मेनन फैमिली होल्डिंग्स ट्रस्ट द्वारा शेयरों की बिक्री की जाएगी।
इसके अलावा, कंपनी प्री-आईपीओ राउंड के तहत 300 करोड़ रुपये जुटाने पर भी विचार कर रही है। अगर ऐसा होता है, तो आईपीओ में नए शेयर जारी करने का साइज घट सकता है।
IPO के फंड्स का उपयोग
आईपीओ के जरिए मिलने वाली इनकम का एक बड़ा हिस्सा कंपनी के कर्ज को चुकाने में इस्तेमाल होगा। कंपनी ने बताया कि 1,162 करोड़ रुपये मुख्य रूप से अपने और अपनी सहायक कंपनी डॉर्फ-केटल केमिकल्स FZE के कर्ज को खत्म करने के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे। इसके अलावा, बाकी राशि को सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए खर्च किया जाएगा।
कर्ज की स्थिति:
कंपनी के बहीखातों में अक्टूबर 2024 तक कंसोलिडेटेड बेसिस पर 3,540.8 करोड़ रुपये की कुल उधारी थी।
डॉर्फ-केटल केमिकल्स का परिचय और वैश्विक उपस्थिति
1992 में स्थापित, मुंबई स्थित डॉर्फ-केटल केमिकल्स एक प्रसिद्ध स्पेशिएलिटी केमिकल्स कंपनी है। कंपनी की चार देशों में 16 मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं, जिनमें से 8 प्लांट भारत में स्थित हैं।
उत्पाद श्रेणियां:
डॉर्फ-केटल दो मुख्य श्रेणियों में प्रोडक्ट्स बनाती है:
- हाइड्रोकार्बन के लिए स्पेशिएलिटी केमिकल्स
- इंडस्ट्रियल स्पेशिएलिटी केमिकल्स
चालू वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में, इन श्रेणियों का कंपनी के कुल रेवेन्यू में योगदान इस प्रकार रहा:
- 81% हाइड्रोकार्बन स्पेशिएलिटी केमिकल्स
- 19% इंडस्ट्रियल स्पेशिएलिटी केमिकल्स
बड़ी कंपनियों के साथ मजबूत साझेदारी
डॉर्फ-केटल केमिकल्स ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ मजबूत संबंध बनाए हैं। इनके प्रमुख ग्राहकों में शामिल हैं:
- रिलायंस इंडस्ट्रीज
- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन
- पेट्रोनास
- पीपीजी इंडस्ट्रीज
- क्लेरिएंट
- वेदांता
सितंबर 2024 के अंत तक, कंपनी के पास कुल 1,322 कस्टमर्स थे।
वित्तीय प्रदर्शन: FY24 में मुनाफे में शानदार वृद्धि
डॉर्फ-केटल केमिकल्स ने वित्तीय वर्ष 2024 में शानदार वित्तीय प्रदर्शन किया।
- मुनाफा: सालाना आधार पर 33.4% की वृद्धि के साथ 602 करोड़ रुपये।
- रेवेन्यू: 41.7% बढ़कर 5,479.5 करोड़ रुपये।
- FY25 (अप्रैल-सितंबर 2024): मुनाफा 231.6 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 2,961.4 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी का यह प्रदर्शन उसके तेजी से बढ़ते व्यवसाय और ग्राहकों के बीच बढ़ती मांग को दर्शाता है।
IPO की प्रक्रिया और नियुक्त मर्चेंट बैंकर
डॉर्फ-केटल केमिकल्स ने आईपीओ के लिए 6 मर्चेंट बैंकरों को नियुक्त किया है, जो इस प्रक्रिया को संभालेंगे। ये बैंक हैं:
- जेएम फाइनेंशियल
- सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया
- एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया)
- जेपी मॉर्गन इंडिया
- मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी
- मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवायजर्स
डॉर्फ-केटल के आईपीओ से बाजार को क्या उम्मीदें हैं?
स्पेशिएलिटी केमिकल्स सेक्टर में डॉर्फ-केटल एक प्रमुख खिलाड़ी है। इसके आईपीओ से निवेशकों और बाजार को काफी उम्मीदें हैं।
बाजार का आकर्षण:
- कंपनी की वैश्विक उपस्थिति और विविधतापूर्ण उत्पाद पोर्टफोलियो इसे एक मजबूत खिलाड़ी बनाते हैं।
- फाइनेंशियल प्रदर्शन और ग्राहकों के साथ दीर्घकालिक संबंधों के कारण निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।
- भारत में स्पेशिएलिटी केमिकल्स का बाजार तेजी से बढ़ रहा है, जो इस आईपीओ को और आकर्षक बनाता है।
डॉर्फ-केटल का भविष्य और विकास की संभावना
डॉर्फ-केटल केमिकल्स का भविष्य आशाजनक दिखता है। कंपनी की अंतरराष्ट्रीय पहुंच, वित्तीय मजबूती, और लगातार बढ़ती डिमांड इसे आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करती है।
IPO का प्रभाव:
आईपीओ से जुटाई गई रकम कर्ज को कम करने और ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ाने में मदद करेगी। इससे कंपनी की वित्तीय स्थिति और मजबूत होगी।