
News India Live, Digital Desk: Cowardly attack on ISKCON temple in America: अमेरिका से एक बेहद चिंताजनक खबर सामने आई है, जहाँ इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस) के एक प्रमुख मंदिर को निशाना बनाया गया है। अज्ञात हमलावरों ने मंदिर परिसर में ताबड़तोड़ 20 से 30 राउंड गोलियां बरसाईं, जिससे भक्तों और स्थानीय समुदाय में गहरा सदमा और डर फैल गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, यह कायराना हमला तब हुआ जब मंदिर के आसपास सन्नाटा था। हमलावरों ने इस्कॉन मंदिर पर अंधाधुंध फायरिंग की। मंदिर की दीवारों पर कई गोलियों के निशान पाए गए हैं, जिससे साफ पता चलता है कि यह कोई छोटा-मोटा कृत्य नहीं था, बल्कि सोच-समझकर अंजाम दिया गया एक गंभीर हमला था।
खासतौर पर मंदिर के उस हिस्से को भी निशाना बनाया गया है, जहाँ भक्त ईश्वर की प्रार्थना और भजन करते हैं, जिसे प्रार्थना कक्ष या हॉल कहा जाता है। सौभाग्य से, इस हमले में कोई भी भक्त या पुजारी घायल नहीं हुआ, जिससे एक बड़ी जनहानि टल गई। हालांकि, इस घटना ने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
धार्मिक घृणा अपराध की आशंका
इस घटना को देखते हुए, यह आशंका जताई जा रही है कि यह हमला हिंदू-विरोधी घृणा अपराध (Hate Crime) हो सकता है। किसी धार्मिक स्थल को इस तरह सीधे तौर पर निशाना बनाना, धार्मिक स्वतंत्रता और सहिष्णुता पर एक सीधा हमला माना जा रहा है। अमेरिका में हिंदू समुदाय इस घटना से काफी चिंतित है और अपनी सुरक्षा को लेकर आशंकित है।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच शुरू कर दी है। वे हमलावरों की पहचान और उनके मंसूबों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इस हमले के पीछे क्या मकसद था, क्या यह सिर्फ तोड़फोड़ थी या किसी गहरी साज़िश का हिस्सा, ये सभी सवाल जांच का विषय हैं। स्थानीय अधिकारियों ने समुदाय से शांति बनाए रखने और जांच में सहयोग करने की अपील की है। इस घटना ने एक बार फिर दुनिया भर में धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया है।