वास्तु टिप्स: किस दिशा में होना चाहिए किचन? हमें किस दिशा में भोजन करना चाहिए? वास्तु शास्त्र में इन सभी बातों के बारे में विस्तार से बताया गया है। वास्तु के नियमों का पालन करने से घर में सब कुछ ठीक रहता है। किसी तरह की कोई नकारात्मकता नहीं है। घर में बरकत बनी रहे। परिवार स्वस्थ रहता है। लेकिन अगर आप वास्तु नियमों की अनदेखी करते हैं तो आपको नुकसान उठाना पड़ता है। उदाहरण के लिए अगर आप सही दिशा में मुंह करके खाना नहीं खाते हैं तो इससे आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है। आइए जानते हैं भोजन से जुड़े वास्तु शास्त्र के नियमों के बारे में…
दक्षिण दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दिशा में मुंह करके कभी भी भोजन नहीं करना चाहिए। इसे अशुभ दिशा माना जाता है। इस दिशा में मुंह करके भोजन करने से आपके जीवन में दरिद्रता और दरिद्रता आने लगती है। इस दिशा में खाना बनाना भी अशुभ माना जाता है।
पूर्व दिशा
वास्तु शास्त्र में इस दिशा को बहुत ही शुभ माना गया है। यह देवताओं की दिशा है। पूर्व की ओर मुख करके भोजन करने से कई रोग दूर होते हैं। साथ ही स्वास्थ्य भी मिलता है।
उत्तर दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा को सही दिशा माना गया है। मान्यता है कि इस दिशा में मुंह करके खाना खाने से घर में धन का अभाव नहीं होता है। इस दिशा में भोजन करने से विद्यार्थियों को लाभ होता है।
पश्चिमी दिशा
व्यापारी वर्ग और नौकरीपेशा लोगों के लिए पश्चिम दिशा शुभ मानी जाती है। इन्हें पश्चिम दिशा की ओर मुख करके भोजन करना चाहिए। साथ ही अगर आपके घर में कोई लंबे समय से बीमार है तो उसे भी पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके भोजन करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।