क्या कॉन्टैक्ट लेंस आंखों के लिए हानिकारक हैं: जो लोग अपने लुक्स को लेकर ज्यादा गंभीर होते हैं वे अक्सर कॉन्टैक्ट लेंस पहनना पसंद करते हैं। कुछ लोग नंबर का चश्मा पहनने के बजाय कॉन्टैक्ट लेंस पहनना पसंद करते हैं। इन दिनों कॉन्टैक्ट लेंस के फायदे और नुकसान पर चर्चा जोरों पर चल रही है। दरअसल यह चर्चा एक मामले के बाद हो रही है।
मामला अमेरिका के फ्लोरिडा में रहने वाले एक युवक का है। जो रात को कॉन्टैक्ट लेंस लगाकर सोता था और जब वह सुबह उठा तो उसकी दृष्टि खराब होने लगी। इनमें से कुछ घटनाओं को जानने के बाद कॉन्टेक्ट लेंस लगाने का सही तरीका जानना जरूरी है। ताकि आंखों से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या से बचा जा सके।
सोते समय कॉन्टैक्ट लेंस पहनने के नुकसान
कॉन्टेक्ट लेंस लगाकर सोने से कॉर्निया के गंभीर संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस तरह के संक्रमण का इलाज भी आसानी से नहीं होता है।
कुछ लोगों ने ऐसे संक्रमण भी देखे हैं, जिससे आंखों की रोशनी भी चली जाती है।
कॉन्टैक्ट लेंस का कितना इस्तेमाल नहीं करना चाहिए?
कॉन्टेक्ट लेंस केवल उन्हीं को पहनने चाहिए जो अपनी आंखों की ठीक से देखभाल कर सकते हैं।
जिन लोगों को सूखी आंखों की शिकायत है, उन्हें कॉन्टेक्ट लेंस नहीं पहनने चाहिए।
जो लोग स्क्रीन देखने में बहुत समय व्यतीत करते हैं उन्हें कॉन्टेक्स लेंस के बजाय चश्मा पसंद करना चाहिए।
जिन लोगों को आंखों में एलर्जी है या जिन्हें संक्रमण का खतरा ज्यादा है, उन्हें भी कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान
कॉन्टेक्ट लेंस पहनते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
सावधान रहें कि केवल कॉन्टैक्ट लेंस को पानी से धोना पर्याप्त नहीं है। लेंस को इसी घोल से साफ करना चाहिए।
कॉन्टैक्ट लेंस को कभी भी 6 से 8 घंटे से ज्यादा न पहनें। यह एलर्जी या संक्रमण की संभावना को भी बढ़ा सकता है।
सिर्फ लेंस ही नहीं, बल्कि जिस घोल में रखा है, उसे भी साफ करना चाहिए।
सोते या नहाते समय कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से बचें।
कॉन्टेक्ट लेंस डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही पहनना चाहिए।
बेहतर क्वालिटी के कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करें।