
News India Live, Digital Desk : Classic Hit : कुछ गाने ऐसे होते हैं, जो सिर्फ़ धुन नहीं, बल्कि एक युग बन जाते हैं; एक ऐसी याद जो पीढ़ी दर पीढ़ी गुनगुनाई जाती है। बॉलीवुड के इतिहास में ऐसा ही एक जादुई नग़मा है ‘काजरा मोहब्बत वाला’, जो आज से ठीक 57 साल पहले रिलीज हुआ था। फिल्म ‘किस्मत’ (1968) का ये गीत, जो उस ज़माने के सुपरस्टार बिसवाजीत और दिग्गज अभिनेत्री बबिता कपूर पर फिल्माया गया था, आज भी हर महफ़िल की जान बना हुआ है। इसकी लोकप्रियता समय के साथ बढ़ी ही है, कभी घटी नहीं।
क्या है इस गाने में खास? आवाज़ का वो अनूठा संगम
‘काजरा मोहब्बत वाला’ की ख़ासियत सिर्फ इसकी मीठी धुन या दिल को छू लेने वाले बोल नहीं हैं, बल्कि ये गीत खास इसलिए भी है क्योंकि इसे एक नहीं, बल्कि दो महान आवाज़ों ने सजाया था – सुरों की मल्लिका आशा भोसले और दिग्गज गायिका शमशाद बेगम। ये उन कुछेक गानों में से एक है जहां दो अलग-अलग फीमेल एक्टर्स के लिए दो अलग-अलग, लेकिन उतनी ही दमदार फीमेल आवाजें इस्तेमाल की गई थीं, जिससे इस गाने में एक अनूठी गहराई आ गई थी। यह अनूठा गायन आज भी इस गाने को अन्य सदाबहार गीतों से अलग खड़ा करता है।
आशा भोसले की सुरीली और मोहक आवाज़ ने इस गीत को जिस खूबसूरती से गाया, और शमशाद बेगम ने उसमें जो ठेठ देसीपन और जान भरी, वह एक ऐसा संगीत का जादू है जो आज भी हर संगीत प्रेमी को अपनी ओर खींच लेता है। इसकी सादगी, इसका भाव, और इसे पर्दे पर फिल्माने का तरीका – सब कुछ मिलकर इसे एक बेमिसाल क्लासिक बनाता है।
चाहे शादी-पार्टी हो या कोई फैमिली फंक्शन, ये गाना सुनते ही लोग खुद को झूमने से नहीं रोक पाते। यह दर्शाता है कि असली कला, बेहतरीन संगीत और आत्मा से गाया गया गीत कभी पुराना नहीं होता। ‘काजरा मोहब्बत वाला’ भारतीय संगीत की ऐसी ही एक धरोहर है, जो हमेशा दिलों में जिंदा रहेगी और आने वाली पीढ़ियां भी इसे उतनी ही मोहब्बत से सुनती रहेंगी।
BJP’s Big Decision: अंडमान-निकोबार की कमान अलीगढ़ के अनिल तिवारी को, जेपी नड्डा ने की घोषणा