Circle Rate : यूपी में जमीन खरीदना होगा महंगा! योगी सरकार बढ़ाने जा रही है दर्जनों जिलों में सर्किल रेट

Circle Rate : यूपी में जमीन खरीदना होगा महंगा! योगी सरकार बढ़ाने जा रही है दर्जनों जिलों में सर्किल रेट
Circle Rate : यूपी में जमीन खरीदना होगा महंगा! योगी सरकार बढ़ाने जा रही है दर्जनों जिलों में सर्किल रेट

News India Live, Digital Desk:  Circle Rate : अगर आप उत्तर प्रदेश में जमीन, प्लॉट या घर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। योगी सरकार जल्द ही राज्य के दर्जनों जिलों में जमीन के सरकारी रेट, यानी सर्किल रेट (Circle Rate) में बढ़ोतरी करने जा रही है। इसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा और संपत्ति की खरीद-बिक्री पहले से महंगी हो जाएगी।

क्या होता है सर्किल रेट?
सर्किल रेट वह न्यूनतम सरकारी दर होती है, जिससे कम कीमत पर किसी भी जमीन या संपत्ति की रजिस्ट्री नहीं हो सकती। आपकी संपत्ति की खरीद पर लगने वाली स्टाम्प ड्यूटी (Stamp Duty) इसी सर्किल रेट के आधार पर तय होती है।

क्यों बढ़ाए जा रहे हैं रेट?
उत्तर प्रदेश में आखिरी बार सर्किल रेट साल 2017 में बढ़ाए गए थे। पिछले 7 सालों में, राज्य में बड़े पैमाने पर विकास हुआ है। गंगा एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स और जेवर एयरपोर्ट जैसी परियोजनाओं के कारण जमीन के बाजार भाव (Market Value) आसमान छू रहे हैं।

समस्या यह है कि जमीन के बाजार भाव तो कई गुना बढ़ गए, लेकिन सरकारी रेट वही पुराने हैं। इससे सरकार को स्टाम्प ड्यूटी के रूप में राजस्व का बड़ा नुकसान हो रहा है। इसी अंतर को कम करने और सरकारी खजाने को भरने के लिए अब सर्किल रेट को बाजार भाव के करीब लाने की तैयारी की जा रही है।

आम आदमी पर क्या होगा असर?

  1. महंगी होगी रजिस्ट्री: सर्किल रेट बढ़ने का सीधा मतलब है कि आपको अब जमीन या मकान की रजिस्ट्री के लिए ज्यादा स्टाम्प ड्यूटी चुकानी पड़ेगी।

  2. बढ़ेगी प्रॉपर्टी की कुल कीमत: जब रजिस्ट्री महंगी होगी, तो संपत्ति खरीदने का कुल खर्च भी बढ़ जाएगा।

  3. होम लोन पर भी पड़ सकता है असर: कई बार बैंक संपत्ति के सरकारी मूल्यांकन के आधार पर लोन की राशि तय करते हैं। रेट बढ़ने से यह प्रक्रिया भी प्रभावित हो सकती है।

किन जिलों में होगा सबसे ज्यादा असर?
इस बढ़ोतरी का सबसे ज्यादा असर उन जिलों में देखने को मिलेगा जहां हाल के वर्षों में तेजी से विकास हुआ है। इनमें शामिल हैं:

  • एक्सप्रेसवे के किनारे वाले जिले: गंगा, पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के आसपास के क्षेत्र।

  • NCR क्षेत्र: गौतमबुद्ध नगर (नोएडा, ग्रेटर नोएडा), गाजियाबाद, मेरठ।

  • बड़े शहर: लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, आगरा।

  • जेवर एयरपोर्ट के आसपास का पूरा इलाका।

महानिरीक्षक निबंधन (IGR) ने सभी जिलाधिकारियों (DM) को इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दे दिए हैं। जल्द ही नई दरें लागू की जा सकती हैं। इसलिए, अगर आप प्रॉपर्टी में निवेश करने का मन बना रहे हैं, तो शायद यह फैसला जल्दी लेने का सही समय हो सकता है।

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