Chronic Kidney Disease : आपके पैर, आँखें और पेशाब बता रहे हैं किडनी खराब होने का सच, 5 संकेतों से आज ही पहचानें

Chronic Kidney Disease : आपके पैर, आँखें और पेशाब बता रहे हैं किडनी खराब होने का सच, 5 संकेतों से आज ही पहचानें
Chronic Kidney Disease : आपके पैर, आँखें और पेशाब बता रहे हैं किडनी खराब होने का सच, 5 संकेतों से आज ही पहचानें

News India Live, Digital Desk: Chronic Kidney Disease : हमारा शरीर एक अद्भुत मशीन है, और किडनी उसके सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक। ये हमारी किडनी ही हैं जो हमारे खून से ज़हरीले तत्वों और फालतू पानी को छानकर बाहर निकालती हैं, ब्लड प्रेशर कंट्रोल करती हैं और हड्डियों को मज़बूत बनाती हैं। लेकिन अगर ये किडनी ठीक से काम न करें, तो शरीर में धीरे-धीरे ज़हर जमा होने लगता है, जिससे एक जानलेवा बीमारी होती है – क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD)। ये बीमारी चुपचाप बढ़ती है और अक्सर इसके शुरुआती लक्षणों को लोग नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जिससे बात बिगड़ जाती है। अगर आपके शरीर में दिखें ये 5 खतरनाक निशान, तो इसे भूलकर भी नज़रअंदाज़ न करें – क्योंकि ये आपकी जिंदगी पर भारी पड़ सकता है!

क्या है क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD)?
क्रोनिक किडनी डिजीज (Chronic Kidney Disease – CKD), जिसे हिंदी में ‘क्रोनिक किडनी रोग’ या ‘गुर्दा रोग’ भी कहते हैं, एक ऐसी गंभीर बीमारी है जिसमें हमारी किडनी (गुर्दे) समय के साथ धीरे-धीरे खराब होती चली जाती हैं और खून साफ करने की अपनी क्षमता खो देती हैं। जब किडनी 3 महीने से ज़्यादा समय तक ठीक से काम नहीं करती, तो इसे CKD माना जाता है। धीरे-धीरे शरीर में ज़हरीले पदार्थ जमा होने लगते हैं, जो पूरे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।

किडनी खराब होने के 5 खतरनाक संकेत जो आपको पता होने चाहिए:

1. बहुत ज़्यादा थकावट महसूस होना और नींद न आना (Fatigue & Sleep Issues):

  • क्यों होता है: जब किडनी ठीक से काम नहीं करतीं, तो खून में विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं। ये विषाक्त पदार्थ थकान और कमज़ोरी का कारण बनते हैं। साथ ही, किडनी हार्मोन बनाने में भी मदद करती है जो लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) के निर्माण के लिए ज़रूरी होता है। इनकी कमी से एनीमिया हो जाता है, जिससे थकान बढ़ती है। इसके कारण रात को ठीक से नींद भी नहीं आती।

2. त्वचा में खुजली और रूखापन (Dry, Itchy Skin):

  • क्यों होता है: स्वस्थ किडनी शरीर से अतिरिक्त फास्फोरस जैसे खनिज और अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालती हैं। जब किडनी खराब होती हैं, तो ये पदार्थ जमा होने लगते हैं, जिससे त्वचा में सूखापन, खुजली और चकत्ते पड़ने लगते हैं।

3. पेशाब करने की आदतों में बदलाव (Changes in Urination Habits):

  • क्यों होता है: किडनी की समस्या होने पर पेशाब में बदलाव आना सबसे आम लक्षणों में से एक है।

    • बार-बार पेशाब आना: खासकर रात में ज़्यादा बार पेशाब आना।

    • झागदार पेशाब: पेशाब में बहुत ज़्यादा झाग आना (प्रोटीन लीकेज के कारण)।

    • पेशाब में खून: पेशाब में खून आना।

  • ये बदलाव दिखाते हैं कि किडनी के फिल्टरिंग सिस्टम में गड़बड़ हो रही है।

4. पैरों, टखनों, या आँखों के आसपास सूजन (Swelling in Feet, Ankles, Eyes):

  • क्यों होता है: जब किडनी अतिरिक्त तरल पदार्थ और सोडियम (नमक) को शरीर से बाहर नहीं निकाल पातीं, तो ये पदार्थ शरीर में जमा होने लगते हैं।

    • इससे पैरों, टखनों और कई बार आँखों के आसपास चेहरे पर भी सूजन (edema) आ जाती है। यह सुबह-सुबह चेहरे पर और दिनभर पैरों में ज्यादा दिखती है।

5. भूख न लगना और मतली/उल्टी (Loss of Appetite & Nausea/Vomiting):

  • क्यों होता है: जब खून में विषाक्त पदार्थ जमा होते हैं, तो वे पाचन तंत्र को प्रभावित करते हैं।

    • इससे अक्सर सुबह-सुबह या दिनभर मतली (nausea) महसूस होती है और उल्टी भी हो सकती है।

    • स्वाद भी बदल जाता है, और व्यक्ति को खाने का मन नहीं करता, जिससे वजन कम होने लगता है।

क्या करें अगर ये लक्षण दिखें?
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिख रहा है, खासकर अगर वो लंबे समय से हैं और एक साथ कई दिख रहे हैं, तो तुरंत बिना किसी देरी के डॉक्टर (नेफ्रोलॉजिस्ट) से सलाह लें। CKD का जल्दी पता चलने पर इसका इलाज और प्रबंधन करना आसान होता है। अपनी ज़िंदगी को बचाना आपके हाथ में है!

किडनी को कैसे रखें स्वस्थ?

  • खूब पानी पिएं।

  • ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर कंट्रोल में रखें।

  • स्वस्थ और कम नमक वाला भोजन करें।

  • नियमित व्यायाम करें।

  • धूम्रपान और शराब से बचें।

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