
News India live, Digital Desk : Chandler Index 2024: हाल ही में एक खबर बहुत तेजी से फैली, जिसका शीर्षक कुछ ऐसा था: “दुनिया में गूंजा भारत का नाम, अमेरिका-चीन से भी ज्यादा हुई ताकत”। यह सुनकर किसी भी भारतीय को गर्व महसूस हो सकता है। लेकिन क्या यह दावा पूरी तरह से सच है? आइए, इस खबर के पीछे की सच्चाई को परत-दर-परत समझते हैं।
सच्चाई क्या है? (The Factual Report)
यह खबर चैंडलर गुड गवर्नमेंट इंडेक्स (CGGI) 2024 पर आधारित है। यह एक प्रतिष्ठित रिपोर्ट है जो यह मापती है कि दुनिया के देशों की सरकारें कितनी प्रभावी और सक्षम हैं। इस रिपोर्ट में भारत को 113 देशों में 37वां स्थान मिला है।
अब इस रिपोर्ट में अमेरिका और चीन की रैंकिंग देखें:
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अमेरिका: 21वां स्थान
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चीन: 33वां स्थान
साफ है कि समग्र सरकारी क्षमता के मामले में भारत अभी भी अमेरिका और चीन से पीछे है। तो फिर यह दावा क्यों किया गया कि भारत की ताकत उनसे ज्यादा है?
तो फिर अच्छी खबर क्या है? (The Real Good News)
इस रिपोर्ट में भारत के लिए एक बहुत बड़ी और शानदार खुशखबरी है। इस इंडेक्स के कई अलग-अलग हिस्से (उप-श्रेणियाँ) हैं। इनमें से एक हिस्सा है “आकर्षक बाजार” (Attractive Marketplace) का। इस खास श्रेणी में, भारत ने दुनिया के सभी देशों को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान (#1 Rank) हासिल किया है।
यह एक जबरदस्त उपलब्धि है। इसका मतलब है कि भारत निवेश और व्यापार करने के लिए दुनिया की सबसे आकर्षक जगहों में से एक बन गया है। यह “मेक इन इंडिया” और भारत की बढ़ती आर्थिक शक्ति का प्रमाण है।
भ्रम कैसे फैलाया गया? (The Misleading Spin)
खबर लिखने वाले ने चतुराई से सिर्फ एक सकारात्मक हिस्से को पकड़ लिया और उसे पूरी रिपोर्ट का नतीजा बता दिया। इसे “चेरी-पिकिंग” कहते हैं, यानी सिर्फ अच्छी-अच्छी बातें चुनकर एक अधूरी और भ्रामक तस्वीर पेश करना।
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गलत दावा: भारत की ताकत अमेरिका-चीन से ज्यादा है।
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सही तथ्य: भारत की समग्र सरकारी क्षमता की रैंक (37वीं) अमेरिका (21वीं) और चीन (33वीं) से कम है।
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वास्तविक उपलब्धि: भारत निवेश के लिए एक आकर्षक बाजार होने के मामले में दुनिया में नंबर 1 है।
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