हिंदू धर्म में चंदन का तिलक लगाना बहुत शुभ और लाभकारी माना जाता है। चंदन का तिलक लगाने से कई फायदे होते हैं। हालांकि, चंदन का तिलक लगाने के कई नियम हैं जिनका पालन करना जरूरी माना जाता है। इन्हीं नियमों में से एक है चंदन का तिलक किसे लगाना चाहिए और किसे नहीं। अब सवाल यह उठता है कि क्या शादीशुदा महिलाएं चंदन का तिलक लगा सकती हैं। आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से।
क्या शादीशुदा महिलाओं को चंदन का तिलक लगाना चाहिए?
शास्त्रों के अनुसार, धार्मिक कार्यों, विवाह, उत्सव आदि के अवसर पर चंदन या चंदन का तिलक लगाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि चंदन में इतनी शक्ति होती है कि यह व्यक्ति तक पहुंचने वाली हर नकारात्मकता को नष्ट कर देता है।
ऐसे में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, कुंवारों से लेकर शादीशुदा लोगों तक और पुरुषों से लेकर महिलाओं तक को चंदन का तिलक लगाना चाहिए। शास्त्रों में कहा गया है कि महिलाओं के माथे में दोनों तरह की शक्तियां निवास करती हैं।
जहां अविवाहित महिलाओं में नकारात्मक ऊर्जा की तुलना में अधिक सकारात्मक ऊर्जा होती है, वहीं विवाहित महिलाओं में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह तेज होता है। ऐसा भी कहा जा सकता है कि शादीशुदा महिलाओं को बुरी शक्तियां जल्दी घेर लेती हैं।
ऐसे में शादीशुदा महिलाओं को चंदन का तिलक जरूर लगाना चाहिए। अगर शादीशुदा महिलाएं रोजाना चंदन का लेप लगाती हैं तो यह भी बहुत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि मासिक धर्म के दौरान चंदन का तिलक नहीं लगाना चाहिए, जबकि यह गलत है।
विशेषकर मासिक धर्म के दौरान चंदन या चंदन का तिलक लगाना चाहिए। क्योंकि चंदन का तिलक लगाने से मासिक धर्म के दौरान उत्पन्न होने वाले तनाव, चिंता, घबराहट आदि को दूर करने में मददगार साबित होता है।