बाल भिक्षावृत्ति को रोकने लिए पूरे मप्र में चलेगा अभियान: द्रविन्द मोरे 

Ae91dafb8507667449a742a0e550c5a0

शिवपुरी, 23 नवंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष द्रविन्द मोरे ने बताया कि मप्र में बाल भिक्षा वृत्ति को रोकने के लिए पूरे मप्र में अभियान चलेगा। बाल आयोग के अध्यक्ष द्रविन्द मोरे ने शिवपुरी में पत्रकारों से चर्चा में बताया कि पूरे मध्य प्रदेश में जल्द बाल भिक्षावृत्ति रोकने के लिए अभियान चलाया जाएगा। वर्तमान में विभिन्न विभाग तो अपने स्तर से अभियान चला रहे हैं लेकिन यह अभियान पूरे प्रदेश स्तर पर होगा। जिससे बच्चों का उचित पुर्नवास भी हो सके।

श्री मोरे एक दिवसीय प्रवास पर शनिवार को शिवपुरी आए। इस दौरान शिवपुरी में उन्होंने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत अभी बच्चों को जो कक्षा एक से आठ तक निशुल्क शिक्षा दी जाती है। इसको लेकर बाल संरक्षण आयोग मप्र ने कक्षा एक से 12वीं तक निशुल्क शिक्षा देने का प्रस्ताव दिया है। बाल आयोग अध्यक्ष द्रविन्द मोरे ने बताया कि अभी वर्तमान में शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत बच्चों को कक्षा एक से आठवीं तक निशुल्क शिक्षा देने का प्रावधान है लेकिन हमने इसे बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है।

आयोग ने प्रस्ताव मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव व केंद्र के शिक्षा मंत्री को दिया है। इस संबंध में पत्र व्यवहार चल रहा है और हमारा विचार है कि आगे जाकर हमारे इस प्रस्ताव को अमल में लाया जाएगा। मप्र बाल आयोग अध्यक्ष द्रविन्द मोरे ने बताया कि इसके अलावा बाल आयोग मध्य प्रदेश ने एक नए नवाचार करते हुए शिक्षा विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग सहित और संबंधित विभागों को प्रस्ताव दिया है कि आप प्रवासी मजदूरों सहित अन्य बच्चों के लिए एक ही आईडी बनाई जाए। उदाहरण के लिए शिवपुरी से कोई बच्चा अपने पिता के साथ भोपाल जाता है तो उस आईडी से वहां पर उसे वही सुविधा मिल सके जो वर्तमान में रह रहे स्थान पर मिल रही थीं। वन नेशन वन आईडी का प्रस्ताव हमने दिया है जिस पर संबंधित विभागों में संज्ञान में लिया है।

पौधारोपण भी किया-

मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष द्रविन्द मोरे ने अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान मंगलम बाल ग्रह का निरीक्षण किया और यहां पर बच्चों से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने यहां पर एक पौधा भी लगाया। इस दौरान मंगलम बाल ग्रह के बच्चे, संस्था पदाधिकारी, सदस्यगण और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।