सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल की ओर से टीसीएस के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम को बड़ा ऑर्डर मिला है। कंपनी देश में 4जी नेटवर्क लाने के लिए तेजी से काम कर रही है। देश की सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल की ओर से टाटा ग्रुप की टेक्नोलॉजी कंपनी टीसीएस के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम को 100 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया गया है। 15,000 करोड़ का ऑर्डर दिया गया है।
टीसीएस द्वारा शेयर बाजार के खुलासे में कहा गया था कि टीसीएस के नेतृत्व वाले एक कंसोर्टियम को राज्य द्वारा संचालित दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल द्वारा 15,000 करोड़ रुपये से अधिक का अग्रिम खरीद आदेश दिया गया है। यह पूरे देश में 4जी नेटवर्क स्थापित करने के बारे में है।
4जी को लेकर क्या है बीएसएनएल की योजना?
सरकारी टेलीकॉम कंपनी तेजी से 4जी सेवा शुरू करने की तैयारी कर रही है। कुछ दिन पहले संचार राज्य मंत्री देवसिंह चौहान ने कहा था कि सरकार ने एक लाख बीएसएनएल 4जी साइट्स लगाने की मंजूरी दे दी है। काम शुरू हो गया है और विभिन्न स्थानों की पहचान की गई है। आपको बता दें कि सरकार जल्द से जल्द 4जी लाने के लिए काम कर रही है।
बीएसएनएल 4जी में देरी क्यों हो रही है?
बीएसएनएल के 4जी यूजर्स लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। इसमें देरी के कई कारण बताए जा रहे हैं। बीएसएनएस के 4जी नेटवर्क में पूरी तरह स्वदेशी उपकरणों का इस्तेमाल होगा। उनके लेट होने का यह भी एक प्रमुख कारण है।
क्या बीएसएनएल 4जी से बढ़ेगी कंपनी की बाजार हिस्सेदारी?
बीएसएनएल अपने 4जी नेटवर्क के विस्तार पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च करेगी। 30,000 करोड़ के निवेश की तैयारी की जा रही है। कंपनी का लक्ष्य अगले तीन साल में बाजार हिस्सेदारी को दोगुना करना है। बीएसएनएल के चेयरमैन और एमडी प्रवीण कुमार पुरवार ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य बाजार में अपनी हिस्सेदारी 15 से 20 फीसदी तक बढ़ाना है।