बिहार में फिर टूटा पुल, औंधे मुंह गिरा नीतीश का ड्रीम प्रोजेक्ट

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बिहार में भारी बारिश जारी है. मॉनसून की एंट्री के बाद बिहार में एक पुल टूटने की खबर सामने आई है. कुछ दिन पहले तक यह मामला बिहार की राजनीति में सुर्खियां बना हुआ था. पुल टूटने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि समस्तीपुर में एक और पुल ढह गया है. समस्तीपुर में एक निर्माणाधीन पुल का स्पॉन अचानक ढह गया. इस घटना से पूरे इलाके में डर का माहौल बन गया. वहां मौजूद लोग भागने लगे. घटना नंदनी लागुनिया रेलवे स्टेशन के पास की है.

समस्तीपुर के नंदनी रेलवे स्टेशन के पास बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु का काम चल रहा था. रविवार की देर शाम दोनों खंभों के बीच स्पैन बिछाया जा रहा था। तभी अचानक स्पैन नीचे गिर गया. इस हादसे के बाद वहां मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई. हालांकि इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.

निशान मिटाने की कोशिशें नाकाम रहीं

पुल ढहने के बाद मौके पर जेसीबी बुलाई गई. जेसीबी ने रात भर में पुल के मलबे को मिट्टी में दबा दिया। जाहिर है प्रशासन इस खबर को छुपाने की कोशिश कर रहा था. लेकिन ये कोशिश नाकाम रही. स्थानीय लोगों के मुताबिक प्रशासन की लापरवाही को छुपाने के लिए यह कदम उठाया गया है. हालांकि, इस कमी को लेकर नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट पर सवाल उठ रहे हैं.

नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट

आपको बता दें कि बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु का काम कई सालों से चल रहा है. इस पुल की नींव 2011 में रखी गई थी. 1603 करोड़ की लागत से तैयार होने वाले इस पुल का काम 2016 में ही पूरा होना था. लेकिन 1000 करोड़ से ज्यादा खर्च करने के बावजूद पुल का काम सिर्फ 60 फीसदी ही पूरा हो सका है. बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में गिना जाता है. हालाँकि, पुल बनने से पहले ही ढह गया।