सेंधा नमक साइड इफेक्ट: नमक के बिना जीवन में स्वाद नहीं है। स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ने के कारण आजकल लोग कम सोडियम वाले नमक (सेंधा नमक) का प्रयोग करने लगे हैं। इसे हिमालयी नमक या गुलाबी नमक या रोक नमक भी कहा जाता है। देखा जाए तो सेंधा नमक एक ऐसा खनिज है जिसमें बहुत कम सोडियम होता है और इसके निर्माण में किसी रासायनिक प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ता है, इसलिए इसे शुद्ध नमक कहा जाता है। लेकिन जिस तरह हर चीज के साइड इफेक्ट होते हैं ठीक उसी तरह सेंधा नमक के लगातार सेवन से भी शरीर को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। आपको बता दें कि सेंधा नमक में आयोडीन की मात्रा काफी कम होती है और अगर सामान्य नमक की तुलना में इसका लगातार सेवन किया जाए तो शरीर कई तरह की बीमारियों का शिकार हो सकता है। आज हम आपको बताते हैं कि नमक का अधिक सेवन आपके लिए हानिकारक हो सकता है।
सेंधा नमक में साधारण नमक की तुलना में आयोडीन (आयरन) बहुत कम होता है। ऐसे में अगर इसका लगातार और अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो शरीर में आयोडीन नामक खनिज की कमी हो सकती है। शरीर में आयोडीन की कमी से घेंघा (आम बोलचाल में गोइटर) नामक बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है। इस रोग में गले में गांठ बन जाती है और खाने तथा निगलने में कठिनाई होती है।
आयोडीन की कमी से भी सेंधा नमक थायराइड के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है। थायराइड से पीड़ित लोगों को सामान्य नमक का ही प्रयोग करना चाहिए। इस नमक में आयोडीन की कमी से उनके थायराइड के स्तर में खतरनाक परिवर्तन हो सकते हैं। इसलिए थायराइड के मरीजों को भी सेंधा नमक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
जिन लोगों को लो ब्लड प्रेशर यानी लो बीपी की समस्या है उन्हें ज्यादा सेंधा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल, सेंधा नमक में भरपूर मात्रा में पोटैशियम होता है, जो हाई बीपी के मरीजों के लिए अच्छा होता है, लेकिन इसका ज्यादा सेवन करने से मरीज का बीपी लो हो सकता है। इसलिए लो बीपी से पीड़ित लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए नहीं तो बीपी सामान्य से काफी नीचे जा सकता है।