बघेल ने पत्र नहीं लिखा, आरोपियों से ली 508 करोड़ की रिश्वत: राजीव चन्द्रशेखर

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर महादेव ऐप सट्टे को लेकर 508 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगा है. जिसको लेकर राजनीति में काफी गरमाहट आ गई है. बीजेपी इस मामले में कांग्रेस को घेर रही है. केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भी कुछ आरोप लगाए हैं.

आरोपी से रिश्वत ली

इस मामले में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्र शेखर ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल ने महादेव सट्टाबाजी ऐप के खिलाफ जांच को डेढ़ साल तक टाल दिया और ऐप पर प्रतिबंध लगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया. फिर उसी आरोपी से अपने राजनीतिक प्रचार के लिए रु. 508 करोड़ की रिश्वत ली गई. गौरतलब है कि ईडी के आरोप के बाद केंद्र सरकार ने महादेव बेटिंग ऐप समेत 22 ऐप्स को बैन कर दिया था। जबकि भूपेश बघेल कह रहे हैं कि केंद्र सरकार ने इस ऐप को बैन करने में बहुत देर कर दी.

अगर डेढ़ साल पहले इसकी जांच हुई तो रिपोर्ट क्यों नहीं की गई?

राजीव चन्द्रशेखर ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने करीब डेढ़ साल पहले इन ऐप्स की जांच शुरू की थी और यह पूरी तरह से उनके अधिकार क्षेत्र में है. अगर वह चाहते तो उसी समय भारत सरकार और MeitY (इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय) को पत्र लिखकर इन ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर सकते थे। लेकिन उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी. राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, ”वे कहते हैं कि हमने पत्र लिखा था लेकिन वास्तव में हमें ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है.” उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल ने जांच को डेढ़ साल तक बढ़ा दिया और 508 करोड़ रुपये रिश्वत लेने का फैसला किया.