Astrological Remedies : नौकरी-व्यापार में चाहिए तरक्की और पैसा? घर में इस एक यंत्र की स्थापना से चमक सकती है आपकी किस्मत
News India Live, Digital Desk: क्या आपको मेहनत के बाद भी नौकरी में सफलता नहीं मिल रही? या आपका चलता हुआ व्यापार अचानक रुक गया है? अगर आप भी जीवन में मान-सम्मान, सफलता और धन की कमी से जूझ रहे हैं, तो ज्योतिष शास्त्र में इसका एक बहुत ही शक्तिशाली उपाय बताया गया है. यह उपाय है 'सूर्य यंत्र' की स्थापना.
सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है. यह ऊर्जा, आत्मविश्वास, सम्मान और सफलता का प्रतीक है. जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य मजबूत होता है, उसे अपने करियर में ऊंचाइयां छूने से कोई नहीं रोक सकता. लेकिन अगर सूर्य कमजोर हो, तो व्यक्ति को हर कदम पर निराशा हाथ लगती है. इसी कमजोर सूर्य को बल देने का काम करता है 'सूर्य यंत्र'.
क्या है सूर्य यंत्र और कैसे करता है काम?
सूर्य यंत्र एक ज्यामितीय आकृति है, जिसमें कुछ विशेष चिह्न, संख्याएं और मंत्र अंकित होते हैं. यह यंत्र ब्रह्मांड में मौजूद सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करके आपके घर और आपके जीवन में प्रवाहित करता है. यह एक तरह से सूर्य के पॉजिटिव एनर्जी का रिसीवर और ट्रांसमीटर है. जब आप इसकी पूजा करते हैं, तो यह आपके आस-पास एक सुरक्षा कवच बना देता है, जो नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखता है और सफलता के रास्ते खोलता है.
कैसे करें घर में सूर्य यंत्र की स्थापना? (सही विधि)
सिर्फ बाजार से यंत्र खरीदकर घर में रख देना ही काफी नहीं है. इसका पूरा लाभ तभी मिलता है, जब इसे सही विधि और मंत्रों के साथ स्थापित (प्राण प्रतिष्ठित) किया जाए.
- सबसे अच्छा दिन और समय: सूर्य यंत्र की स्थापना के लिए सबसे उत्तम दिन रविवार का होता है, क्योंकि यह दिन सूर्य देव को समर्पित है. इसे आप किसी भी शुक्ल पक्ष (चांदनी रात वाले 15 दिन) के पहले रविवार को स्थापित कर सकते हैं. सुबह का समय, जब सूर्योदय हो रहा हो, इसके लिए सबसे शुभ माना जाता है.
- तैयारी और शुद्धिकरण: रविवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ, विशेषकर लाल या नारंगी रंग के वस्त्र पहनें. घर के पूजा स्थान को अच्छी तरह साफ करें. एक तांबे की प्लेट पर यंत्र को रखें. अब गंगाजल या कच्चे दूध से यंत्र का अभिषेक करके उसे शुद्ध करें.
- पूजा और प्राण प्रतिष्ठा: शुद्ध किए हुए यंत्र को पूजा स्थान पर एक लाल कपड़ा बिछाकर स्थापित करें. उसे चंदन, केसर और लाल फूल अर्पित करें. धूप-दीप जलाएं. इसके बाद यंत्र को ऊर्जावान (प्राण प्रतिष्ठित) करने के लिए सूर्य के बीज मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें.
सूर्य बीज मंत्र: "ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः"
- प्रार्थना करें: मंत्र जाप के बाद सूर्य देव से प्रार्थना करें कि वह इस यंत्र में वास करें और आपको नौकरी, व्यापार में तरक्की, अच्छा स्वास्थ्य और मान-सम्मान प्रदान करें.
- कहां रखें? आप इस यंत्र को अपने घर के पूजा स्थान पर रख सकते हैं. अगर आप व्यापार स्थल पर रखना चाहते हैं, तो उसे भी पवित्र करके स्थापित कर सकते हैं. ध्यान रहे कि यंत्र को ऐसी जगह रखें जहां वह साफ-सुथरा रहे और किसी का पैर न लगे.
रोजाना स्नान के बाद इस यंत्र के दर्शन करना और सूर्य मंत्र का 11 बार जाप करना आपके जीवन में चमत्कारी बदलाव ला सकता है. यह न सिर्फ आपके रुके हुए काम बनाएगा, बल्कि समाज में आपके मान-सम्मान को भी बढ़ाएगा.
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