
News India live, Digital Desk : Ashoknagar Incident: मध्य प्रदेश की राजनीति में एक बड़ी खबर सामने आई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ अशोकनगर के मुंगावली थाने में FIR दर्ज की गई है। यह मामला उस समय का है जब जीतू पटवारी हाल ही में हुए अमानवीय घटना के पीड़ित दलित युवक और उसके परिवार से मिलने उनके घर गए थे। वहां दिए गए एक बयान के कारण अब वह कानूनी मुश्किलों में घिर गए हैं।
आपको याद होगा, कुछ दिनों पहले अशोकनगर के इसागढ़ इलाके में एक दलित युवक के साथ बेहद शर्मनाक घटना हुई थी, जहां उसके चेहरे पर कथित तौर पर मानव मल लगाया गया था। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इसी मामले में कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पीड़ित परिवार को सांत्वना देने और उनसे मिलने पहुंचे थे।
किस बयान पर हुआ विवाद?
आरोप है कि पीड़ित परिवार से मुलाकात के दौरान जीतू पटवारी ने एक ऐसा बयान दिया, जिसे विवादित माना जा रहा है। उन्होंने कथित तौर पर कहा, “इस मामले में न तो पीड़ित सच बोल रहा है और न ही आरोपी सच बोल रहे हैं। असली अपराधी तो कोई और ही है।”
इसी बयान को आधार बनाकर विनोद कुमार शर्मा नाम के एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया है कि पटवारी का बयान पुलिस की जांच को भटकाने और समाज में गलत संदेश देने वाला है।
किन धाराओं में दर्ज हुआ केस?
पुलिस ने शिकायत के आधार पर जीतू पटवारी के खिलाफ IPC की कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। उन पर सरकारी काम में बाधा डालने (धारा 186), सरकारी आदेश का पालन न करने (धारा 188) और समाज में अशांति फैलाने वाले बयान देने (धारा 505) जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
इस FIR के बाद मध्य प्रदेश का सियासी पारा और चढ़ गया है। जहां एक तरफ जीतू पटवारी पीड़ित के लिए न्याय की मांग कर रहे थे, वहीं अब वह खुद एक पुलिस केस में उलझ गए हैं। इस घटना ने अशोकनगर मामले को एक नया राजनीतिक मोड़ दे दिया है, और अब सभी की नजरें पुलिस की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।
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