इजराइल द्वारा सीरिया में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर हवाई हमला करने के बाद ईरान को एक और झटका लगा है, जिसमें एक शीर्ष ईरानी सैन्य कमांडर की मौत हो गई।
ईरान में सुन्नी बलूच विद्रोही समूह जैश अल-अदल ने बुधवार को ईरान की सीमा पर चाबहार, रस्त और सरबाज़ में सेना की चौकियों पर हमला किया। जिसमें ईरान के तीन सैनिकों समेत 10 लोगों की मौत हो गई है. ईरान के आंतरिक मामलों के मंत्रालय के उप मंत्री माजिद मिरहमादी ने कहा कि ईरान के चाबहार में कानून मंत्रालय के मुख्यालय और रस्क क्षेत्र में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के अड्डे को निशाना बनाया गया है। ये दोनों इलाके अशांत सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांतों की सीमा पर स्थित हैं।
उन्होंने आगे बताया कि आतंकवादी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के बेस में घुसने में सफल नहीं हुए क्योंकि सुरक्षा बलों ने सतर्कता के साथ आतंकी हमले का जवाब दिया। इस हमले में एक आतंकी भी मारा गया है. आतंकियों से मुठभेड़ जारी है. चाबहार में भी सुरक्षा बलों के जवाबी हमले में एक आतंकी मारा गया है.
उधर, ईरान की सरकारी मीडिया ने दावा किया है कि चाबहार में एक पुलिस स्टेशन को निशाना बनाया गया और एक शीर्ष पुलिस अधिकारी की भी मौत हो गई.
जैश अल अदल संगठन ईरान के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. यह संगठन पहले भी ईरान के सुरक्षा बलों को निशाना बना चुका है. इसी समूह के हमलों से परेशान होकर, ईरान ने जनवरी में पाकिस्तान में समूह के ठिकानों पर मिसाइलों से जवाबी कार्रवाई की, जिससे पाकिस्तान और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया।
अब जब जैश अल अदल ने ईरान में एक साथ तीन जगहों पर आतंकी हमले किए हैं तो ऐसी अफवाहें हैं कि ईरान फिर से पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करेगा. ईरान ने जैश अल अदल को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है. अमेरिका ने भी इसे 2010 में आतंकी संगठनों की सूची में शामिल किया था.
ईरान यह भी आरोप लगा रहा है कि इस आतंकी संगठन को अमेरिका, सऊदी अरब और इजराइल से मदद मिल रही है.