अनंतनाग हमले में पाकिस्तान का हाथ: कश्मीर के अनंतनाग और राजौरी में आतंकियों की घुसपैठ और हमले में पाकिस्तान का हाथ होने का खुलासा हुआ है. डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी के सूत्रों ने एबीपी न्यूज को बताया है कि पिछले 5 दिनों में सीमा पार कॉल इंटरसेप्शन से पता चला है कि पाकिस्तानी आतंकवादी एक साथ कई हमलों की योजना बना रहे थे.
सूत्रों ने बताया है कि भारत की अध्यक्षता में जी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता से पाकिस्तान में खलबली मची हुई है. इसी के चलते पाकिस्तान ने आतंकी हमले की साजिश रची थी. सूत्रों ने दावा किया है कि पाकिस्तानी सेना जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद बड़े हमले की योजना बना रही थी.
दो दिन में दो हमले
कश्मीर में दो दिन में दो बड़े हमले हुए हैं. कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग में बुधवार (13 सितंबर) को सुरक्षा बलों और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धनौत और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट्ट शहीद हो गए हैं, जबकि मुठभेड़ में दो आतंकवादी भी मारे गए हैं। इसी तरह राजौरी में भी लश्कर के दो आतंकी मारे गए हैं. रक्षा सूत्रों ने कहा है कि आतंक के चलते सीमा पार हमलों के लिए पाकिस्तान से आतंकियों को भेजा जा रहा है.
आपको बता दें कि हाल ही में पाकिस्तानी सेना पर तीन बड़े हमले हुए हैं. तालिबान ने चित्राल में पाकिस्तानी सेना के कैंप पर हमला कर उस पर कब्ज़ा कर लिया. सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ है.
दूसरा हमला वजीरिस्तान में हुआ. यहां टीटीपी आतंकियों ने पाकिस्तानी सेना पर हमला कर दिया, जबकि तालिबान और पाकिस्तानी सेना के बीच तीसरी मुठभेड़ तोरखम सीमा पर चल रही है. भारत की अध्यक्षता में जी-20 की शांतिपूर्ण बैठक के दौरान कश्मीर में एक भी आतंकी हमला नहीं हुआ. इसकी सफलता के बाद हमले शुरू हो गये, जो पाकिस्तान की बौखलाहट का संकेत है.