इनमें लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर प्रचंड, लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव, नेवी का लाइट वेट टॉरपीडो, पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर, बैटल टैंक टी (टी90), अर्जुन टैंक, सेल्फ प्रोपेल्ड हॉवित्ज 9 शामिल हैं। (के-9) वज्र, धनुष, सारंग तोपें, अत्याधुनिक ड्रोन और यूएवी के साथ रोबोटिक डॉग ‘मुले’ भी युद्ध के मैदान में अपनी ताकत दिखाएगा।
प्रदर्शनी लगेगी
अभ्यास में दिखाया जाएगा कि भारतीय सेना के तीनों अंग थल सेना, वायु सेना और नौसेना युद्ध की स्थिति में एक साथ कैसे काम करते हैं और सेनाएं कितनी तेजी से समन्वय कर सकती हैं। डोमो सेना के तीनों अंगों के विशेष बलों, गरुड़ कमांडो और मार्कोस हेलीकॉप्टर, स्लीथर्स और ऑल-टेरेन वाहनों के साथ शुरुआत करेंगे और अपनी तैयारियों को तेज करने के लिए युद्ध के मैदान में पहुंचेंगे और फिर लंबी दूरी की तोपों से गोलीबारी करके दुश्मन के ठिकानों को नष्ट कर देंगे।
इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड बनाने की तैयारी
सेना की तीनों शाखाओं को मिलाकर एक इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड बनाने की भी तैयारी चल रही है, हालांकि इसका अंतिम स्वरूप अभी तय नहीं हुआ है। तीनों सेनाएं कैसे एकीकृत होती हैं और अलग-अलग स्थानों पर होने के बावजूद कितनी तेजी से संवाद करती हैं, यह सब ‘भारत शक्ति’ अभ्यास में देखने को मिलेगा।