राजकोट: राजकोट शहर के रेसकोर्स ग्राउंड पर भव्य अयोध्या नगरी बनाई गई है. आज शनिवार की शाम से रेस कोर्स मैदान में विश्व प्रसिद्ध रामकथाकार मोरारीबापू द्वारा दर्शकों को श्री कंठे से रामकथा का रसपान कराया जायेगा। रामकथा शुरू होने से पहले आज पोथी पूजन समारोह आयोजित किया गया.
पोथी पूजन समारोह संपन्न होने के बाद राजकोट शहर के विरानी चौक से रेस कोर्स स्थित अयोध्या नगरी तक पोथी यात्रा निकाली गई. जिसमें अनुमानतः 5000 से अधिक लोग पोती यात्रा में शामिल हुए। पोथी यात्रा की शुरुआत मोरारीबापू और स्वामी परमात्मानंदजी ने की थी।
विशाल जुलूस में हाथी, घोड़ा-गाड़ी, खुली जीप, सीदी लोगों के नृत्य भी आकर्षण का केंद्र बने। पोटियायात्रा में विभिन्न प्रदर्शन झांकियां भी रखी गईं। इसके साथ ही भगवान अयोध्यापति राम की प्रतिकृति भी रखी गई. पोटियायात्रा के दौरान केसरिया माहौल देखने को मिला. वहीं, हर तरफ जय-जय श्री राम के नारे भी सुनाई दिए. राजकोट शहर के मेयर, विधायक और सांसद सदस्य सहित नेता पोटियायात्रा में शामिल हुए। पोथी यात्रा में एनसीसी और एनएसएस से जुड़े छात्र-छात्राएं भी सिर पर पोथी रखकर पोथी यात्रा में शामिल हुए.
इस अवसर पर स्वामी परमात्मानंदजी ने कहा, मुझे विश्वास है कि आज से बहुत सारी भाववाही शुरू होने जा रही है. अंग्रेजी में एक कहावत है कि, अच्छी शुरुआत का मतलब आधा काम होता है, उसी कहावत के अनुसार आज की शुरुआत बहुत अच्छी हुई है। मोरारीबापू कभी भी पोथी यात्रा या पोथी पूजन में शामिल नहीं होते, लेकिन हम सभी की भावनाओं का सम्मान करते हुए वे पोथी पूजन में शामिल हुए। इसके साथ ही उनके द्वारा पोथी यात्रा को प्रस्थान की हरी झंडी भी दे दी गई।
गौरतलब है कि मोरारीबापू की ओर से 12 साल बाद राजकोट शहर में रामकथा का आयोजन किया जा रहा है, जब एक दशक बाद मोरारीबापू की ओर से रामकथा का आयोजन किया जा रहा है तो जाहिर सी बात है कि भक्तों में एक अलग ही उत्साह है. लगातार नौ दिनों तक चलने वाली राम कथा में 3,000 से अधिक स्वयंसेवक शामिल हुए हैं.
इसके साथ ही अयोध्या नगरी में करीब एक लाख श्रोताओं के बैठने और सुनने की भी व्यवस्था की गई है. प्रतिदिन नई मिठाई बनाकर भक्तों को प्रसादी खिलाई जाएगी। राज्य के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और राज्यपाल आचार्य देव भी शपथ ले रहे हैं