पहली बार आयोजित स्पेशल ओलंपिक्स एशिया पैसिफिक बोचे और बॉलिंग प्रतियोगिता का उपराष्ट्रपति ने किया उद्घाटन

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नई दिल्ली, 19 नवंबर (हि.स.)। स्पेशल ओलंपिक्स एशिया पैसिफिक बोचे और बॉलिंग प्रतियोगिता का भव्य उद्घाटन आज त्यागराज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हुआ। इस ऐतिहासिक आयोजन का उद्घाटन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मुख्य अतिथि के रूप में किया। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. मनसुख एल. मांडविया, युवा मामले और खेल मंत्री एवं श्रम और रोजगार मंत्री भी उपस्थित रहे। प्रतियोगिता के मैच कल से शुरू होंगे जिसमें बोचे के मुकाबले त्यागराज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में और बॉलिंग के मुकाबले ज़ोरेको आरक्यूब मोनाड, राजौरी गार्डन में आयोजित किए जाएंगे।

उद्घाटन समारोह में 12 भाग लेने वाले देशों ने परंपरागत मार्च-पास्ट के साथ प्रवेश किया, जहां दर्शकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। इसके बाद एशिया पैसिफिक बोचे और बॉलिंग प्रतियोगिता का आधिकारिक ध्वज फहराया गया और फ्लेम ऑफ होप (आशा की ज्योति) भारतीय दल के एथलीट्स निरुपम डे और श्रद्धा पटेल द्वारा प्रज्वलित की गई, जो पूरे आयोजन के दौरान प्रज्ज्वलित रहेगी।

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, “यह ऐतिहासिक अवसर हमारे देश की उपलब्धियों की परिभाषा को नया आयाम देता है। हमारे विशेष एथलीट्स मानवीय क्षमता के जीवंत उदाहरण हैं, जो दिखाते हैं कि दृढ़ संकल्प और समर्पण से कुछ भी असंभव नहीं है। आप सभी अपने साहस और प्रतिबद्धता से हमें प्रेरित करते हैं। आज, भारत एशिया पैसिफिक बोचे और बॉलिंग प्रतियोगिता जैसे प्रतिष्ठित वैश्विक आयोजनों की मेजबानी कर गर्व महसूस कर रहा है। इसी आधार पर, हमने 2036 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक्स की मेजबानी के लिए बोल्ड कदम उठाए हैं जिससे भारत को वैश्विक खेल मंच पर केंद्र में लाने की उम्मीद है। हमें अपने विजन पर पूरा विश्वास है और आशा है कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक नया मानदंड स्थापित करेगा।” उन्होंने अपनी बात को समाप्त करते हुए कहा, “किताब भी जरूरी, खेल भी जरूरी, दोनों के बिना जिंदगी अधूरी।”

विशिष्ट अतिथि डॉ मनसुख एल. मांडविया ने कहा, “यह हम सभी के लिए प्रेरणादायक दिन है और इन असाधारण एथलीट्स के जुनून, प्रतिभा और दृढ़ता का जश्न मनाना हमारे लिए सम्मान की बात है। मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार स्पेशल ओलंपिक्स भारत का पूर्ण समर्थन कर रही है और सभी क्षमताओं के एथलीट्स के लिए एक समावेशी खेल वातावरण सुनिश्चित कर रही है। सरकार ने स्पेशल ओलंपिक्स भारत के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत किया है, जिसमें बेहतर संसाधन, सुविधाएं और व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं। मैं डॉ. मल्लिका नड्डा को उनकी प्रेरणादायक नेतृत्व और समर्पण के लिए हार्दिक प्रशंसा व्यक्त करता हूं, जिन्होंने एशिया पैसिफिक क्षेत्र में स्पेशल ओलंपिक्स मिशन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।”

स्पेशल ओलंपिक्स भारत की अध्यक्ष डॉ मल्लिका नड्डा ने उद्घाटन संबोधन में कहा, “हम सभी का स्वागत करते हैं भारत की इस अद्भुत भूमि पर, जहाँ हर क्षण हमारी गर्मजोशी और मेहमाननवाजी का अनुभव है। एशिया पैसिफिक बोचे और बॉलिंग प्रतियोगिता की मेजबानी करना हमारा सम्मान है। यह उत्सव, एकता और प्रेरणा का क्षण है, जिसमें 12 देशों के एथलीट्स न केवल अपनी टीमों का बल्कि समावेश, साहस और दृढ़ता की भावना का भी प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जो स्पेशल ओलंपिक्स का प्रतीक है।”

भारत में पहली बार आयोजित यह ऐतिहासिक प्रतियोगिता 22 वर्ष और उससे अधिक आयु के आइडीडी एथलीट्स को खेलों के माध्यम से सशक्त बनाती है। इस आयोजन के सफल शुभारंभ के साथ, नई दिल्ली समावेश को बढ़ावा देने और खेलों की परिवर्तनकारी शक्ति के माध्यम से बदलाव की प्रेरणा बनने की दिशा में एक अग्रणी भूमिका निभा रहा है।