गुरुग्राम, 10 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान के सहयोग से गुरुग्राम में तीसरी बार राष्ट्रीय स्तर के सरस आजीविका मेले का आयोजन किया जा रहा है। यह मेला 13 से 29 अक्टूबर तक सेक्टर-29 स्थित लेजरवैली ग्राउंड में लगाया जाएगा। मेले में देश के 30 राज्यों से आई स्वयं सहायता समूह की 900 दीदी अपनी कला एवं संस्कृति से जुड़े हस्तनिर्मित उत्पादों की 450 स्टॉल लगाएंगी। मेले में प्रवेश निशुल्क रहेगा।
मेला प्रतिदिन सुबह 11 बजे से लेकर रात 9:30 बजे तक खुला रहेगा। यह जानकारी गुरुवार को केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव स्वाति शर्मा ने यहां पत्रकार वार्ता में दी। यहां सिविल लाइन स्थित स्वतंत्रता सेनानी हॉल में पत्रकार वार्ता में ग्रामीण विकास मंत्रालय से निदेशक राजेश्वरी एसएम व गुरुग्राम के डीसी निशांत कुमार यादव, एडीसी हितेश कुमार मीणा, जिला परिषद के सीईओ जगनिवास राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की जिला प्रबंधक दीप्ति मौजूद रहे। संयुक्त सचिव स्वाति शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन व राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त प्रयासों से स्वयं सहायता समूह की महिला के जीवन में व्यापक बदलाव आ रहे हैं।
स्वाति शर्मा ने बताया कि पिछले मेलों में आगंतुकों से मिले फीडबैक के आधार पर इस बार स्टाल व्यवस्था में आवश्यक बदलाव किए गए हैं। इस बार आयोजित सरस मेले में एक पैवेलियन एक स्टेट को समर्पित रहेगा। जिसमे उसी स्टेट के टेस्ट के प्रोडक्ट्स ग्राहकों के लिए उपलब्ध रहेंगे। नार्थ ईस्ट के स्टेट्स के लिए भी एक विशेष पैवेलियन रहेगा जिसमें उत्तर पूर्वी राज्यों की संस्कृति से जुड़े उत्पाद ग्राहकों को आकर्षित करेंगे। मेले में अलग-2 राज्यों से 900 से अधिक महिलाएं भाग लेंगी।
मेले में लखपति दीदी का पवेलियन भी लगाया जायेगा। सरस उत्पाद ई-सारस पर भी उपलब्ध हैं, ई-सारस के एक विशेष स्टॉल के माध्यम से इसके बारे में भी ग्राहकों को जागरूक किया जाएगा। सरस आजीविका मेले में किड्स जोन भी बनाया जाएगा। पत्रकार वार्ता में रोहतक से मानता शर्मा, गुरुग्राम से रुपाली चौहान व सरोज देवी ने सरस मेले व राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान द्वारा किए गए महत्वपूर्ण प्रयासों से उनके जीवन में आए महत्वपूर्ण बदलाव पर भी प्रकाश डाला।