गायत्री मंत्र: रात्रि में गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए या नहीं? जानिए मंत्र जप के नियम और लाभ

गायत्री मंत्र: गायत्री मंत्र मां गायत्री को समर्पित है। हिंदू मान्यता के अनुसार गायत्री की कृपा से बुद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती है। यदि माता गायत्री के इस मंत्र का जाप प्रतिदिन किया जाए तो चमत्कारिक लाभ होता है। बहुत से लोग प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करते हैं। साथ ही कितने लोगों के मन में यह सवाल होता है कि रात के समय गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए या नहीं? अगर यह सवाल आपको भी परेशान कर रहा है तो आइए हम आपको बताते हैं कि रात में गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए या नहीं। 

 

रात्रि में गायत्री मंत्र का जाप करने का नियम 

गायत्री मंत्र का जाप सूर्यास्त के बाद भी किया जा सकता है। लेकिन रात्रि गायत्री मंत्र का जाप कुछ नियमों का पालन करते हुए करना चाहिए। अगर आप रात के समय गायत्री मंत्र का जाप करना चाहते हैं तो मंत्र को मन ही मन बोलें। साथ ही कृष्ण आसन पर बैठकर मंत्र का जाप करें। मंत्र जप करते समय मुख पूर्व या पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। गायत्री मंत्र का उत्तर तुलसी या चंदन की माला से करना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गायत्री मंत्र का जाप स्पष्ट शब्दों में किया जाना चाहिए। 

 

गायत्री मंत्र जप के लाभ 

अगर किसी व्यक्ति को नींद की समस्या है तो उसे सोने से पहले गायत्री मंत्र की एक माला का जाप करना चाहिए। इसके अलावा अगर रात में बार-बार बुरे सपने आने के कारण नींद में खलल पड़ता है तो सोने से पहले गायत्री मंत्र का जाप करना भी फायदेमंद होता है। रात को सोने से पहले गायत्री मंत्र का जाप करने से भी तनाव से राहत मिलती है। 

 

रात के समय गायत्री मंत्र का जाप करने से वातावरण में आई नकारात्मकता दूर हो जाती है। साथ ही व्यक्ति का गुस्सा शांत होता है और मन में कोई भय नहीं रहता है। गायत्री मंत्र के नियमित जाप से व्यक्ति की ध्यान क्षमता भी बढ़ती है। 

गायत्री मंत्र

ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रयोदयात्