क्या घर के मंदिर पर धजा स्थापित किया जा सकता है?

आप सभी के घर में एक मंदिर होना चाहिए और आपको हर दिन उस मंदिर की सेवा और पूजा करनी चाहिए। हिंदू धर्म ग्रंथों में घर के मंदिर को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना जरूरी माना जाता है। अगर इन नियमों का पालन नहीं किया जाता है तो इससे मंदिर में वास्तु दोष उत्पन्न होता है और पूजा में भी दोष आने लगते हैं।

हालांकि, मंदिर से जुड़ी कुछ ऐसी बातें हैं जिनके बारे में लोगों को जानकारी नहीं होती है और इसी भ्रम के कारण वे नियमों में गलतियां कर बैठते हैं। इसी तरह आप भी नहीं जानते होंगे कि आपको अपने घर के मंदिर में धजा स्थापित करना चाहिए या नहीं। तो आइए ज्योतिषी राधाकांत वत्स से जानते हैं कि घर के मंदिर में धजा लगाना सही है या गलत।

  • क्या घर के मंदिर में धजा स्थापित किया जा सकता है या नहीं?
  • मंदिरों के शीर्ष पर धजा लगाने की परंपरा है जिसे बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि मंदिर के शिखर पर धजा रखने से दैवीय ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है।
  • इसके अलावा धजा फहराने से यह भी पता चलता है कि मंदिर में सिर्फ देवी-देवता ही नहीं बल्कि सभी ग्रह निवास करते हैं, लेकिन घर के मंदिर में धजा नहीं फहराना चाहिए। इसे वर्जित माना जाता है.
  • इसके पीछे कारण यह है कि घर के मंदिर में गुंबद होना गलत माना जाता है क्योंकि अगर मंदिर में गुंबद यानी शिखर है तो उस पर कलश स्थापित करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
  • यदि घर के मंदिर में गुंबद है तो उस पर कलश स्थापित करना संभव नहीं है क्योंकि गुंबद बहुत छोटा है, साथ ही घर के मंदिर में गुंबद का होना भी अशुभ माना जाता है।