Ahmedabad Popular Places:अगर आप गुजरात के अहमदाबाद शहर में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो इन 5 जगहों पर जरूर जाएं

अहमदाबाद लोकप्रिय स्थान: गुजरात का अहमदाबाद शहर न केवल व्यापारियों की पसंद है बल्कि यहां पर्यटकों के घूमने के लिए कई ऐतिहासिक जगहें भी हैं।

अहमदाबाद लोकप्रिय स्थान: अहमदाबाद गुजरात का एक बहुत लोकप्रिय शहर है। हालाँकि यह शहर व्यवसायियों की पसंद है, लेकिन पर्यटकों के लिए भी यहाँ करने के लिए बहुत कुछ है। महात्मा गांधी द्वारा निर्मित साबरमती आश्रम भी यहीं स्थित है। अगर आप छोटी यात्रा की योजना बना रहे हैं तो अहमदाबाद शहर घूमने के लिए एक बेहतरीन जगह हो सकती है।

वैसे तो अहमदाबाद में घूमने लायक कई जगहें हैं, लेकिन अगर आप यहां जाएं तो 5 जगहों पर जाना न भूलें। यहां जाकर आपको अहमदाबाद के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व का भी अंदाजा हो जाएगा।

अहमदाबाद में घूमने लायक 5 जगहें

साबरमती आश्रम: यह महात्मा गांधी का पूर्व आश्रम है, जो अब एक संग्रहालय के रूप में कार्य करता है। आश्रम में गांधीजी के जीवन और कार्यों को दर्शाने वाली कई प्रदर्शनियां हैं। साबरमती आश्रम की स्थापना 1915 में महात्मा गांधी और उनकी पत्नी कस्तूरबा गांधी ने की थी। यहां हृदय कुंज, मगन निलय और उपासना मंदिर समेत कई ऐतिहासिक इमारतें भी हैं।

जुमा मस्जिद: जुमा मस्जिद भारत की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है, जिसे 15वीं शताब्दी में बनाया गया था। यह मस्जिद गुजरात के अहमदाबाद शहर में स्थित है और शहर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। जुमा मस्जिद पीले बलुआ पत्थर से बनी है और इसमें जटिल नक्काशी और वास्तुकला है। मस्जिद में 52 द्वार, 260 स्तंभ और 15 गुंबद हैं। मस्जिद का मुख्य प्रार्थना कक्ष 75 मीटर लंबा और 57 मीटर चौड़ा है। मस्जिद को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।

कांकरिया झील: कांकरिया झील अहमदाबाद शहर की सबसे बड़ी झील और एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह झील नौकायन, पिकनिक और अन्य मनोरंजक गतिविधियों के लिए लोकप्रिय है। झील के किनारे एक चिड़ियाघर और एक मनोरंजन पार्क भी है। ऐसा कहा जाता है कि झील के निर्माण के दौरान बड़ी मात्रा में बजरी का उपयोग किया गया था। इसलिए इसका नाम कांकरिया झील पड़ा।

अडालजनी वाव: अडालजनी वाव 15वीं शताब्दी की वाव है, जो एक भूमिगत जल भंडारण प्रणाली है। यह शहर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। वाव अपनी जटिल नक्काशी और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। इसका निर्माण 1490 में रानी रुदा देवी ने करवाया था। अडालज की वाव एक तीन-स्तरीय संरचना है जिसमें 80 से अधिक खंभे और 900 से अधिक नक्काशीदार आकृतियाँ हैं। वाव के सबसे निचले स्तर पर जल भंडारण टैंक है, जो 20 मीटर गहरा और 30 मीटर चौड़ा है।

सिदी सैयद की जाली: यह 16वीं शताब्दी की मस्जिद है जो अपनी जटिल जालीदार खिड़कियों के लिए प्रसिद्ध है। यह मस्जिद शहर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। मस्जिद को मुस्लिम वास्तुकला की उत्कृष्ट कृति माना जाता है। मस्जिद की सबसे उल्लेखनीय विशेषता इसकी जटिल जालीदार खिड़कियां हैं। ये खिड़कियाँ लकड़ी से बनी हैं और इनमें जटिल ज्यामितीय और अरबी नक्काशी है। मस्जिद की दीवारों को भी टाइल्स और रंगीन पत्थरों से सजाया गया है।