फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने आशंका जताई है कि रूस फ्रांस में होने वाले पेरिस ओलंपिक को निशाना बना सकता है.
गुरुवार को पेरिस में ओलंपिक सेंटर के उद्घाटन के दौरान मीडिया से बातचीत में मैक्रों ने कहा, मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि रूस पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेलों को निशाना बनाएगा. सबसे बड़े खेलों की सुरक्षा पर विदेशी खतरा मंडरा रहा है देश में होने वाले त्योहार.
मैक्रों ने पहली बार इस तरह की बात स्वीकारी है. मैक्रों के बयान के बाद सुरक्षा एजेंसियां ओलंपिक की सुरक्षा को लेकर और सतर्क हो गई हैं. वहीं, मैक्रों ने पिछले महीने से ही रूस के खिलाफ सख्त रुख अपना रखा है.
इससे पहले उन्होंने कहा था कि किसी भी हाल में यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को हराना होगा और इस कारण फ्रांस द्वारा यूक्रेन में रूस के खिलाफ लड़ने के लिए अपने सैनिक भेजने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. मैक्रॉन को फिर से स्पष्ट करना पड़ा कि रूस का शत्रुता भड़काने का कोई इरादा नहीं है।
अब मैक्रों ने रूस पर ओलंपिक खेलों पर हमला करने का आरोप लगाया है. वहीं मैक्रों ने कहा कि फ्रांस ओलंपिक खेलों के दौरान रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को रोकने की भी कोशिश करेगा.
मैक्रों के इस बयान से एक दिन पहले रूस और फ्रांस के रक्षा मंत्रियों के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई थी और माना जा रहा है कि रूसी रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर फ्रांस यूक्रेन में सेना भेजता है तो इससे फ्रांस के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी हो जाएंगी.
फ्रांस का आरोप है कि रूस पूरे यूरोप में दुष्प्रचार फैला रहा है और वह यूरोपीय संघ में उस पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई शुरू करेगा.