कर्मचारियों का बकाया भुगतान: इन कर्मचारियों का बकाया एरियर जल्द होगा भुगतान, इस दिन खाते में आएगी रकम

Bank Employees Salary Hike 696x4

कोयला कर्मचारियों का बकाया भुगतान: झारखंड के कोयला कर्मियों के लिए काम की खबर है. बकाया एरियर को लेकर ताजा अपडेट सामने आया है. इस माह मार्च के अंत तक एसईसीएल समेत कोल इंडिया की अन्य अनुषंगी कंपनियों के सेवानिवृत्त कोयला कर्मियों को बकाया भुगतान कर दिया जायेगा. इसके लिए कोल इंडिया के डीपी विनय रंजन ने सभी अनुषंगी कोयला कंपनियों (बीसीसीएल, ईसीएल और सीसीएल के सीएमडी को पत्र लिखा है) को पत्र लिखा है.

मार्च के अंत में एरियर का भुगतान कर दिया जायेगा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गैर-कार्यकारी कर्मचारियों का वेतन 1 जुलाई 2021 से संशोधित किया गया है, लेकिन विभिन्न डिवीजनों के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को एनसीडब्ल्यूए-11 बकाया का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है, ऐसे में कोल इंडिया के डीपी ने सभी सहायक कोयला कंपनियों से पूछा. सीएमडी को पत्र लिखकर 31 मार्च तक भुगतान करने का निर्देश दिया है. संभावना है कि अप्रैल तक सभी कर्मचारियों को एरियर का भुगतान कर दिया जायेगा. कर्मचारियों की संख्या लगभग 18 हजार है.

इन कर्मियों को एरियर का लाभ मिलेगा

इसका लाभ एसईसीएल के उन सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मिलेगा जो जुलाई 2021 के बाद सेवानिवृत्त हुए हैं। सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बकाया एरियर के भुगतान के अलावा कोल इंडिया के डीपी ने विभिन्न स्थानांतरित वैधानिक और सामान्य कर्मचारियों के भुगतान का भी निर्देश दिया है। जितनी जल्दी हो सके कंपनियां। बीसीसीएल को भी ऐसे मामलों पर गौर करने को कहा गया है. वित्त निदेशक आरके सहाय, कार्मिक निदेशक मुरली कृष्ण रमैया ने कहा है कि अगर तय समय सीमा पूरी नहीं हुई तो संबंधित अधिकारी पर जवाबदेही तय की जायेगी.

इसलिए एरियर भुगतान में देरी हो रही है

गौरतलब है कि कोल इंडिया में नया वेतन समझौता जुलाई 2021 से लागू होना था, जेबीसीसीआइ कमेटी का गठन भी समय पर हो गया था, लेकिन न्यूनतम गारंटी लाभ के मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाने के कारण 23 माह की बकाया राशि का भुगतान जुलाई से किया जायेगा. 2021. इस अवधि के दौरान एसईसीएल के लगभग 38 कोयला कर्मचारियों और कोल इंडिया की सहायक कंपनियों के कर्मचारियों को इसका लाभ मिला, लेकिन 23 महीने की उक्त अवधि के दौरान सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया है, ऐसे में स्थिति यह है कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी बकाया राशि का भुगतान करना होगा. भुगतान के लिए पात्र हैं.