वंदे भारत: देशभर में वंदे भारत ट्रेन की मांग काफी बढ़ गई है। रेलवे लगातार अलग-अलग रूटों पर वंदे भारत ट्रेनों का संचालन कर रहा है। वंदे भारत ट्रेन किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं है. जैसे ही लोग इस ट्रेन को प्लेटफॉर्म पर खड़ा देखते हैं तो इसके साथ सेल्फी लेने लगते हैं. इस ट्रेन के संचालन के बाद से यात्रियों की खास चाहत रही है कि यह ट्रेन उनके शहर से होकर गुजरे. यात्रियों की इच्छा को ध्यान में रखते हुए रेलवे देश के अलग-अलग राज्यों में वंदे भारत शुरू कर रहा है.
वंदे भारत स्पेशल ट्रेन की टाइमिंग क्या है?
रेलवे उन्हीं रूटों पर वंदे भारत की स्पेशल ट्रेनें चलाने जा रहा है, जिन रूटों पर यह ट्रेन पहले ही शुरू की जा चुकी है। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिणी रेलवे ने 5 और 12 मार्च को चेन्नई सेंट्रल और कोयंबटूर के बीच वंदे भारत स्पेशल ट्रेनों के संचालन की घोषणा की है. यह स्पेशल ट्रेन सुबह 7.10 बजे चेन्नई से रवाना होगी और दोपहर 2.15 बजे कोयंबटूर पहुंचेगी. वापसी में यह ट्रेन कोयंबटूर से दोपहर 3.05 बजे रवाना होगी और रात 21.50 बजे चेन्नई सेंट्रल पहुंचेगी. ट्रेन में आठ डिब्बे होंगे और यह काटपाडी, जोलारपेट्टई, सलेम, इरोड और तिरुप्पुर में रुकेगी।
चेन्नई-कोयंबटूर वंदे भारत की शुरुआत पिछले साल हुई थी
रेलवे ने पिछले साल अप्रैल में चेन्नई और कोयंबटूर के बीच वंदे भारत ट्रेन शुरू की थी. इस ट्रेन के चलने से तमिलनाडु की राजधानी और पश्चिमी औद्योगिक शहर के बीच यात्रा का समय कम हो गया है। पिछले साल अप्रैल में पीएम मोदी ने चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी.
यह अपनी यात्रा 5 घंटे 50 मिनट में पूरी करती है। इस तरह यह ट्रेन दोनों शहरों के बीच चलने वाली सबसे तेज ट्रेन है। रेलवे के मुताबिक इस ट्रेन के परिचालन से यात्रा समय में एक घंटे से अधिक की बचत हुई. तमिलनाडु के दो शहरों को जोड़ने वाली यह ट्रेन स्वदेशी स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली ‘कवच’ से सुसज्जित है। सभी कोचों में सीसीटीवी कैमरे और स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे लगाकर यात्री सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस ट्रेन में विकलांगों के अनुकूल शौचालय, ब्रेल में सीट हैंडल नंबर, एलईडी लाइट्स जैसी आधुनिक सुविधाएं और 360 डिग्री घूमने वाली सीटें जैसी अन्य सुविधाएं भी हैं।