नई दिल्ली: कोरा कागज… राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस संसदीय समूह के नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक कोरे कागज की तस्वीर साझा की है। बुधवार को शेयर की गई इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद का विशेष सत्र बुलाया है, ये है एजेंडा. डेरेक का सोशल मीडिया पोस्ट ऐसे समय आया है जब संसद के विशेष सत्र का एजेंडा दिखाया जाएगा? इस पर चर्चा हो रही है.
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पूछा है कि संसद के विशेष सत्र का एजेंडा क्या है? विपक्ष को सत्र के एजेंडे के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा है कि आम तौर पर बातचीत विशेष सत्र से पहले होती है. सर्वसम्मति बनती है और एजेंडा पहले से तय होता है. लेकिन यह पहली बार है कि बिना कोई एजेंडा तय किए बैठक बुलाई जा रही है. विशेष सत्र में पांच दिन सरकारी कामकाज के लिए आरक्षित हैं। सोनिया गांधी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया. साथ ही उन्होंने 9 बिंदु बताए हैं जिन पर विपक्ष चर्चा करना चाहता है. ये मुद्दे हैं (1) महंगाई, (2) बेरोजगारी, (3) किसानों की मांगें, (4) एमएसएमई। (5) लिंग जनगणना, (6) केंद्र-राज्य संबंध, (7) चीन सीमा विवाद, (8) सामाजिक सद्भावना (9) अडानी मुद्दा।
संसद के विशेष सत्र को लेकर कांग्रेस की संसदीय रणनीतिक समिति की बैठक के बाद जयराम रमेश ने कहा, कांग्रेस इस सत्र में सिर्फ ‘मोदी चालीसा’ के लिए नहीं बैठेगी. इस सत्र में राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक मुद्दे भी उठाये जायेंगे. उन मुद्दों पर दबाव रहेगा जो देश के लिए अहम हैं. इससे पहले एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर भारतीय गठबंधन की प्रचार समिति की बैठक में भी विशेष सत्र का मुद्दा छाया रहा.
डी.टी. 18 से 22 सितंबर तक बुलाए गए इस सत्र में सरकार ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ का बिल पेश करेगी इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में एक कमेटी भी बनाई गई है. इसके अलावा कयास लगाए जा रहे हैं कि नाम बदलने को लेकर भी प्रस्ताव पेश किया जाएगा. यह भी जानकारी है कि यह सत्र अगले दिन से संसद की नई इमारत में आयोजित किया जाएगा लेकिन मुख्य मुद्दा यह है कि सत्र के एजेंडे को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. सरकार ने यह सत्र क्यों बुलाया है? ये तो सरकार जानती है लेकिन इससे विपक्षी ताकतों में हड़कंप मच गया है.