लखनऊ-सीतापुर वालों का 15 साल का 'वनवास' खत्म! अब रॉकेट की रफ़्तार से दौड़ेंगी गाड़ियाँ

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अगर आप भी लखनऊ और सीतापुर के बीच रोज़ाना सफर करते हैं और घंटों के जाम और धीमी रफ्तार से परेशान हो चुके हैं, तो यह खबर आपके लिए राहत की सांस लेकर आई है। 15 सालों का लंबा इंतज़ार और तकलीफ अब खत्म होने वाली है!

अब आपका यह सफर हमेशा के लिए बदलने वाला है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस 4-लेन हाईवे को सुपरफास्ट 6-लेन में बदलने का फैसला कर लिया है।

तो क्यों हो रहा है यह बड़ा बदलाव?

लखनऊ-सीतापुर हाईवे अब बहुत ज़्यादा व्यस्त हो चुका है। एक सर्वे में पता चला है कि इस पर रोज़ाना 38,000 से भी ज़्यादा गाड़ियां चलती हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। अगर इसे जल्द ही चौड़ा नहीं किया गया, तो आने वाले समय में यहाँ भयंकर जाम लगना और दुर्घटनाएं होना आम बात हो जाएगी। इसी समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए यह फैसला लिया गया है।

इस प्रोजेक्ट की सबसे अच्छी बात क्या है?

इस प्रोजेक्ट की जो बात सुनकर आपको सबसे ज़्यादा खुशी होगी, वो यह है कि इसे बनाने के लिए सरकार को एक इंच भी नई ज़मीन खरीदने की ज़रूरत नहीं है!

जी हाँ! हाईवे के दोनों तरफ पहले से ही इतनी ज़मीन मौजूद है कि 6-लेन का रास्ता आराम से बन जाएगा। इसका सीधा मतलब है कि ज़मीन अधिग्रहण का कोई झंझट नहीं होगा, जिसमें सालों लग जाते हैं और सबसे ज़्यादा पैसा खर्च होता है। इस वजह से यह प्रोजेक्ट न सिर्फ सस्ता होगा, बल्कि रिकॉर्ड डेढ़ से दो साल के अंदर पूरा भी हो जाएगा।

टोल प्लाज़ा के जाम से भी मिलेगी मुक्ति!

जो लोग इस रास्ते से रोज़ गुज़रते हैं, वे इटौंजा टोल प्लाज़ा पर लगने वाली लंबी लाइनों से अच्छी तरह वाकिफ होंगे। अब इससे भी छुटकारा मिलने वाला है। अप्रैल 2026 से NHAI इस टोल प्लाज़ा को अपने हाथ में ले लेगा। इसके बाद यहाँ नए और तेज़ स्कैनर लगाए जाएंगे और इंटरनेट कनेक्टिविटी को सुधारा जाएगा, ताकि गाड़ियां बिना रुके फटाफट निकल सकें।

NHAI ने पूरा प्रस्ताव बनाकर दिल्ली मंत्रालय को भेज दिया है। जैसे ही हरी झंडी मिलती है, टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। तो तैयार हो जाइए, जल्द ही आपका सफर आरामदायक और जाम-फ्री होने वाला है!

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