बड़ा तालाब के पास जिन दीवारों पर विभिन्न कंपनियों के विज्ञापन दिखते थे, उसे रंगीन बनाकर स्वच्छ रांची संदेश दे रहा निगम।
- शहर में साफ-सफाई के साथ अवैध निर्माण और अवैध खटाल खोलने वालों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है
राजधानी रांची सहित देशभर में स्वच्छ सर्वेक्षण की शुरुआत अगले महीने से हो जाएगी। इसे देखते हुए रांची नगर निगम पूरे शहर को स्वच्छ बनाने में जुट गया है। शहर में साफ-सफाई के साथ अवैध निर्माण और अवैध खटाल खोलने वालों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पूरे शहर को रमणीक बनाने में निगम की टीम जुटी है। इसी के तहत नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने एक आदेश जारी कर पूरे शहर में वॉल पेंटिंग करने वालों के लिए निगम से परमिशन लेना अनिवार्य कर दिया है।
अब किसी भी दीवार चाहे वह “सार्वजनिक हो या प्राइवेट”, के ऊपर किसी तरह का रंगरोगन, विज्ञापन के लिए रांची नगर निगम की अनुमति आवश्यक है। झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 के तहत यह जरूरी है। कोई भी व्यक्ति ऐसे दीवारों पर विज्ञापन तभी लगा सकता है, जब उसने निगम के सक्षम प्रधिकारी से इस काम की अनुमति ले ली हो।
कॉलेजों के दीवारों के बाहर लगे हैं कई निजी विज्ञापन
नगर आयुक्त ने कहा है कि ऐसा देखा जा रहा है कि निगम क्षेत्र स्थित सरकारी व निजी दीवारों पर (विशेषकर कॉलेजों व स्किल डेवपलमेंट सेंटरों में) में साफ-सफाई, कोचिंग संस्थानों, दवाई-दुकानों सहित कई अन्य प्रतिष्ठानों का विज्ञापन छपा रहता है, जो कि झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 की धारा 171 के तहत अध्याय-19 के तहत गैर-कानूनी है।
नगर आयुक्त ने कहा है कि ऐसे दीवारों पर चिपकाए विज्ञापनों की सूची निगम द्वारा बनाई जा रही है। जल्द ही ऐसे लोगों को निगम नोटिस भेजेगा। नोटिस भेजकर निगम इन लोगों को अधिनियम के तहत जुर्माने की राशि सहित इससे जुड़े दंडात्मक प्रावधानों से अवगत कराएगा।
रमणीक अभियान को सफल बनाने के लिए आम लोगों से मांगा सहयोग
रमणीक रांची के तहत निगम ने पिछले दिनों “सफाई अपने घर से अभियान” की शुरुआत की थी। अभियान के तहत निगम ने राजधानीवासियों से अपील की थी कि अगर किसी के घर के समक्ष अनाधिकृत संरचना का निर्माण हो रहा है, तो निगम को इसकी सूचना दें। निगम तत्काल इस पर कार्रवाई करेगा। इसके अलावा अनधिकृत खटालों की भी सूचना देने की बात अभियान के तहत की गई है।