सोते समय लार टपकने के पीछे ये 4 कारण हो सकते हैं, जानें समाधान भी

सोते समय लार टपकने के पीछे ये 4 कारण हो सकते हैं, जानें समाधान भी
सोते समय लार टपकने के पीछे ये 4 कारण हो सकते हैं, जानें समाधान भी

सोते समय तकिए पर लार टपकना कई लोगों के लिए सामान्य लेकिन परेशान करने वाला अनुभव हो सकता है। यह न केवल असहजता पैदा करता है, बल्कि इसके पीछे कुछ विशेष कारण और स्वास्थ्य संकेत भी छिपे हो सकते हैं। आइए जानते हैं लार टपकने के पीछे के कारण और बचाव के उपाय।

1. करवट लेकर या पेट के बल सोना

  • जब आप पेट के बल या साइड में सोते हैं, तो गुरुत्वाकर्षण के कारण मुंह से लार बाहर निकल सकती है।

  • पीठ के बल (सपाइन पोजिशन) में सोने से लार गले के अंदर ही जमा हो जाती है और टपकने से बचा जा सकता है।

2. मसल्स रिलैक्सेशन (मांसपेशियों की ढीलापन)

  • नींद के REM फेज के दौरान मांसपेशियां ढीली हो जाती हैं।

  • इससे मुंह खुला रह सकता है, जिससे लार बाहर आ सकती है।

 3. मुंह से सांस लेना

  • नाक बंद होने की स्थिति में लोग सोते वक्त मुंह से सांस लेने लगते हैं।

  • इस दौरान मुंह खुला रहता है और लार बाहर आने लगती है।

  • एलर्जी, साइनस ब्लॉकेज या जुकाम इसके आम कारण हैं।

 4. स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं

  • एलर्जी, इन्फेक्शन, एसिड रिफ्लक्स, और कुछ दवाइयों जैसे एंटीहिस्टामाइन के साइड इफेक्ट से लार ज्यादा बन सकती है।

  • ये स्थितियां मुंह के भीतर लार ग्रंथियों को अधिक सक्रिय कर सकती हैं।

समाधान और सुझाव

  1. सोने की मुद्रा बदलें – पीठ के बल सोने की आदत डालें।

  2. नाक की सफाई रखें – स्टीम लें या डॉक्टर से एलर्जी का इलाज कराएं।

  3. सोने से पहले भारी भोजन न करें – एसिड रिफ्लक्स से बचाव होगा।

  4. डॉक्टर से परामर्श लें – यदि समस्या बार-बार हो रही है या लार अत्यधिक बन रही है।

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