पिछले एक वर्ष में येडियुरप्पा को उनकी बढ़ती आयु और अन्य कारणों से हटाए जाने के बारे में कई अफवाहें सामने आ चुकी हैं। भाजपा के आलाकमान ने उन्हें मंत्रिमंडल में अधिक मंत्रियों को शामिल करने की अनुमति दी, क्योंकि उनके नेतृत्व में विश्वास की कमी की कई शिकायतें आ रही थीं। उन्हें आगे बढ़ाने के लिए मनाकर बीएस येडियुरप्पा ने पार्टी के अंदर एक जंग जीत ली। वह एक बार फिर मजबूत होकर उभर रहे हें।
वहीं बुधवार को मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा ने जानकारी दी है कि उनकी ओर से राज्यपाल को नए मंत्रियों की सूची भेज दी गई है। उनके अनुसार बुधवार दोपहर 3:30 बजे राजभवन में शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा। इसमें एमटीबी नागराज, उमेश कट्टी, अरविंद लिंबावली, मुरुगेश निरानी, आर शंकर, सीपी योगेश्वर और अंगारा एस मंत्री पद की शपथ लेंगे।
We have sent the list to the Governor just now. MTB Nagaraj, Umesh Katti, Aravind Limbavali, Murugesh Nirani, R Shankar, CP Yogeeshwara, Angara S will take oath as ministers today by 3.30 pm at Raj Bhavan: Karnataka Chief Minister BS Yediyurappa pic.twitter.com/avAH4RGfnU
— ANI (@ANI) January 13, 2021
पिछले शनिवार को येडियुरप्पा नयी दिल्ली में आए थे। इस दौरान उनके नयी दिल्ली आने को लेकर बेंगलुरु में कई तरह की अफवाहें प्रारम्भ हो गईं। लेकिन वह दिल्ली से विजयी होकर लौटे। अपने मंत्रिमंडल के विस्तार के लिए पार्टी संचालन की स्वीकृति प्राप्त करते हुए। इस प्रकार उन्होंने फिर अपनी स्थिति को मजबूत किया।
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह के साथ मीटिंग के दौरान सीएम येडियुरप्पा ने उन्हें मंत्रिमंडल विस्तार की जरूरत के बारे में बताया। वे रिक्तियों को भरने के लिए सहमत हो गए और येदियुरप्प को शीर्ष संचालन ने सलाह दी कि वह अपनी सरकार को लोकप्रिय बनाने के लिए प्रदेश में कुछ बड़ी पहलें प्रारम्भ करें।
नयी दिल्ली में पार्टी के सूत्र ने कहा, ‘येडियुरप्पा को हटाना बहुत मुश्किल है। पार्टी आलाकमान इस बारे में नहीं सोच रहा है। ये केवल अफवाहें हैं। वह अभी सुरक्षित हैं। मंत्रिमंडल का विस्तार एक स्पष्ट इशारा है। बीएस येडियुरप्पा बुधवार को एमटीबी नागराज और आर शंकर को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकते हैं। इन लोगों ने जुलाई 2019 में उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी से भाजपा में आए थे। भाजपा के वरिष्ठ विधायक अंगारा, उमेश कट्टी, मुरुगेश निरानी और अरविंद लिंबावली को भी मंत्री बनाए जाने की आसार है।
आबकारी मंत्री नागेश को मंत्रिमंडल से छोड़ने की आसार है। सूत्रों का मानना है कि येडियुरप्पा कम से कम एक साल के लिए सुरक्षित हैं। कुछ लोगों का तर्क है कि वह अप्रैल/मई 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव तक पद पर रह सकते हैं।