पिछले वर्ष अक्टूबर में यही बात प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने कही थी। उस समय कमलनाथ एक रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बोला था- बीजेपी ने बाबासाहेब के बनाए हुए संविधान के साथ खिलवाड़ किया, सौदेबाजी और बोली से सरकार बना ली लेकिन इस चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी और जनत दीपावली साथ में मनाएंगे। कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष ने बोला था कि जब बीजेपी से रोजगार और किसानों की बात करो तो यह उसकी बात नहीं करेंगे, यह लोगों को ध्यान हटाने के लिये पाक और चाइना की बात करने लग जाते हैं।
शिवराज को खुली चुनौती कमलनाथ ने बोला था- हमने 27 लाख किसानों का लोन माफ किया, विधानसभा में ख़ुद भाजपा सरकार ने इसे स्वीकारा। हमारी सरकार वापस आने पर वादे के अनुसार बाकि बचे किसानों का भी लोन माफ करेगी। शिवराज जी को आज भी मेरी खुली चुनौती है कि लोन माफी को लेकर किसी भी समय मुझसे आकर आमने-सामने बहस कर लें। मैं लोन माफी के सारे प्रमाण उनके सामने रख दूंगा और उनके असत्य को बेनकाब कर दूंगा। मुझे शिवराज से, भाजपा से नहीं, जनता से प्रमाण पत्र चाहिए।
कमलनाथ ने बोला कि प्रदेश की जनता लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए आगे आए। आप प्रदेश का कैसा भविष्य चाहते हैं, वोट से बनी सरकार या नोट से बनी सरकार, यह आपको तय करना है। इनका बस चलेगा तो पंचायत का चुनाव भी नहीं कराएंगे, बोली लगाकर आपके सरपंच का चुनाव भी हो जाएगा। ‘