कुशीनगर। जिले के विशुनपुरा थानाक्षेत्र के गांव बरवा बभनौली में ग्रामीणों द्वारा बीएलओ की शिकायत किये जाने पर जांच करने पँहुचे लेखपाल पर वर्तमान प्रधान के गुर्गों द्वारा हमला किये जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में लेखपाल की तहरीर पर विशुनपुरा थाने की पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पूरा मामला कुशीनगर जिले के विशुनपुरा थानाक्षेत्र के बरवा बभनौली गांव का है जहां के निवासी समीउल्लाह ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपकर बीएलओ के खिलाफ यह आरोप लगाया था कि बीएलओ द्वारा वर्तमान ग्राम प्रधान को चुनाव में लाभ पँहुचाने के लिए दूसरे प्रदेश (बिहार) तथा दूसरे ग्रामसभाओं के लोगों का नाम इस गांव की मतदाता सूची में जोड़ दिया गया है जबकि इस गांव के लगभग 150 लोगों का नाम मतदाता सूची से बाहर कर दिया गया है। समीउल्लाह ने जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में यह आरोप लगाया है कि उनलोगों के द्वारा बीते 3 जनवरी को बीएलओ को छूटे हुए नामों को जोड़ने तथा परिवर्तन करने की एक सूची बीएलओ को सौंपी गयी थी इसके बावजूद बीएलओ ने स्थानीय निवासियों का नाम मतदाता सूची में न जोड़कर दूसरे प्रदेश तथा दूसरे गांवों के लोगों का नाम मतदाता सूची में जोड़ दिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों द्वारा बीएलओ के खिलाफ जिलाधिकारी को किये गए शिकायत की जांच करने बुधवार को तमकुहीराज तहसील के लेखपाल कन्हैया प्रसाद तथा संजीव कुमार बरवा बभनौली गांव में गए हुए थे जहाँ वर्तमान ग्राम प्रधान के लोगों ने दोनों लेखपालों के ऊपर जानलेवा हमला कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लेखपाल कन्हैया प्रसाद ने विशुनपुरा पुलिस को तहरीर देकर यह बताया है कि वह ग्रामीणों द्वारा बीएलओ की मिली शिकायत की जांच करने साथी लेखपाल संजीव कुमार व भरत कुमार के साथ पंचायत निर्वाचक नामावली की जांच करने बरवा बभनौली गांव में बुधवार को गए थे वहां उन्होंने देखा कि वर्तमान प्रधान के साथ कुछ लोग पहले से ही गांव में इकट्ठा थे। लेखपाल कन्हैया प्रसाद ने तहरीर में कहा है कि वहां की स्थिति देखकर यह लगा कि अगर यहां कोई कार्य होता है तो अप्रिय घटना घट सकती है, इसकी सूचना सक्षम अधिकारी को देकर तीनों लोग वापस आने लगे। वापस आते समय बड़ी गण्डक नहर के गोड़रिया स्थित पुल के पास लगभग 10 बजे वीरेंद्र, उपेंद्र, मार्कण्डेय व उमेश पुत्रगण रामसकल तथा रामसकल पुत्र त्रिवेणी, राजकुमार पुत्र प्रह्लाद, प्रदीप यादव पुत्र कुमरेश, उमेश यादव पुत्र रामराज, राजेन्द्र पटेल, मुख्तार ने गोलबंद होकर घेर लिया तथा जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली गुप्ता देते हुए मारने पीटने लगे, सरकारी अभिलेख को फाड़ दिया तथा साथी लेखपाल संजीव कुमार का मोबाइल भी छीन लिया। लेखपाल कन्हैया प्रसाद ने तहरीर देते हुए कहा है कि हम लोग किसी तरह जान बचाकर वहां से भागे तब आरोपियों ने यह भी कहा कि अगर दुबारा गांव में दिख गए तो जान से मार दिया जाएगा। लेखपाल कन्हैया प्रसाद ने थाने में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उचित कानूनी कार्यवाही करने की गुहार लगायी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस मामले के सम्बन्ध में लेखपाल कन्हैया प्रसाद द्वारा विशुनपुरा थाने में दिये गए तहरीर के आधार पर 10 नामजद सहित 11 आरोपियों के खिलाफ भादस 1860 की धारा 147, 332, 323, 379, 504, 506, 427 तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (नृशंसता निवारण) अधिनियम 1989 (संसोधन 2015) की धारा 3(१)द तथा 3(१)ध के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले के सम्बन्ध में सीओ तमकुहीराज से बात करने की कोशिश की गयी तो उन्होंने कहा कि मैं बाहर हूँ, मामले की जानकारी नहीं है तथा जब थानाध्यक्ष विशुनपुरा से बात करने की कोशिश की गयी तो उनका सीयूजी नम्बर बन्द बता रहा था।