
फिर रुलाने लगा प्याज
- डीजल की बढ़ी कीमत और नासिक से सप्लाई कम होने का असर
- कालाबाजारी… लगातार भाव बढ़ने से प्याज की जमाखोरी शुरू हो गई
पेट्रोल-डीजल और खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों ने आमजन को पहले से परेशान कर रखा है। अब प्याज की कीमत में भी लगातार इजाफा हो रहा है। दो माह पहले लगभग 20 रुपए प्रति किलो बिकने वाला प्याज अब तीन गुना महंगा हो चुका है। सिर्फ एक दिन (रविवार) को ही प्याज की कीमत 10 रुपए प्रति किलो बढ़ गई।
शुक्रवार को थोक मंडी पंडरा में नासिक का बढ़िया प्याज 40 रुपए किलो बिक रहा था, जो शनिवार को 50 रुपए किलो बिका। रविवार को खुदरा बाजार में नासिक का बढ़िया प्याज 58 से 60 रुपए बिका। बंगाल से आने वाला हल्का और कच्चा प्याज की कीमत भी 10 रुपए बढ़कर 37 से 38 रुपए तक हो गई। खुदरा में यह प्याज भी 40 से 45 रुपए किलो तक खुदरा बाजार में बिक रहा है।
कीमत बढ़ने की वजह
प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी का सबसे कारण डिमांड के अनुसार सप्लाई नहीं होना है। पंडरा के थोक व्यापारी मदन साहू ने बताया कि पिछले एक माह में प्याज की डिमांड बढ़ी है। लेकिन पिछले दिनों बारिश व ओले पड़ने के कारण कारण महाराष्ट्र, राजस्थान में प्याज की फसल को नुकसान पहुंचा है। इसलिए नासिक से सप्लाई कम हो गई है। डीजल के भाव बढ़ने का भी असर दिख रहा है। साथ ही, भाव बढ़ने के कारण जमाखोरी की भी आशंका जताई जा रही है।
इधर, 10 रु. बिक रहा आलू
प्याज की कीमतें एक ओर लगातार बढ़ रही है, वहीं आलू के किसानों की पूंजी भी नहीं निकल पा रही। खुदरा बाजार में आलू 8 से 10 रुपए किलो बिक रहा है। थोक मंडी में 5 से 6 रुपए बिक रहा है।
अन्य सब्जियों की कीमतें काफी कम
इस समय उत्पादन अच्छा होने के कारण कई हरी सब्जियों के भाव काफी कम है। खुदरा बाजार में फूल गोभी 10 से 15 रुपए, बंद गोभी 10 रुपए, टमाटर 10 से 15 रुपए, बीन्स 30 रुपए, सिम 30 रुपए, गाजर 15 रुपए, मूली 5 से 10 रुपए, पालक 5 से 10 रुपए किलो, हरी मिर्च 60 रु. व कटहल 50 रुपए किलो बिक रहा है।
आगे क्या…मार्च से घटेंगे दाम
कारोबारी रामधन साहू ने बताया कि राजस्थान, गुजरात और प. बंगाल की प्याज अभी कच्ची है। पूरी तरह तैयार होने में महीना भर लगेगा। मार्च में पलामू-चतरा से भी प्याज आएगा, तब प्याज की कीमत में गिरावट आएगी।