जब महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी दी तभी सेे समय यात्रा यानी टाइम ट्रैवल की बात खड़ी होने लगी तभी से आज तक यह पॉसिबल नहीं हो सका है। अल्बर्ट आइंस्टीन का मानना था कि ब्रह्माण्ड में समय की गति हर जगह वही है जो पृथ्वी पर होती हैै। इसी बजाह से समय यात्रा करने की लालसा तेज हुई उनका यह मानना था कि जिस स्पीड से समय पृथ्वी पर दौड़ रहा
टाइम ट्रैवल मतलब ब्रह्मांड में किसी भी जगह में किसी भी जगह पर कम से कम समय में पहुंचना होता है।
उसी प्रकार हर ग्रह पर समय इसी स्पीड से दौड़ रहा होगा। लेकिन कुछ अलग साइंटिस्ट ने इस थ्योरी को गलत साबित कर दिया। अल्बर्ट आइंस्टीन ने बताया कि टाइम और अंतरिक्ष एक दूसरे से जुड़़े हुए है। जिसको हम टाइम ऑफ़ अंतरिक्ष कहते है। उन्होंने कहा कि समय 4 डायमेंशन है। जिसकी मदद से हम समय की गति को तेज या कम किया जा सकता है।
क्या समय यात्रा संभव है।
अगर हम वैज्ञानिक की नजर से देखा जाए तो यह संंभव हैै। अगर देखा जाए तो हम समय यात्रा कर रहे हैंं। क्योंकि हम लगातार फ्यूचर की ओर चले जा रहे है। वर्तमान को पीछे छोड़ते हुए। येसा माना जाता है। बही अगर बात करें स्टीफन हॉकिंग कि बात करे तो उन्होंने कहा था। कि अगर कहा था। की अगर भूतकाल यात्रा संभव है। तो हम टाइम मशीन को फ्यूचर में बना लिए तो यह संभव हो जाएगा। ऐसा कहना था स्टीफन हॉकिंग का।
ऐसी चीजे जिन से समय यात्रा हो सकती है।
1. स्पीड: स्पीड बहुत मायने रखती हैं। अल्बर्ट आइंस्टीन के सिद्धांत के अनुसार जब हम प्रकाश की गति के पास यात्रा करते है। बाहर की दुनिया को तुलना में समय हल्का धीमे हो जाता है। जिसको हम टाइम डिल्युएशन कहते है। साइंटिस्टों का मानना है।