
प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि झारखंड की मूलभूत समस्या और उसके समाधान का बजट में कोई प्रावधान नहीं है
- कोरोना काल में हेमंत सरकार ने क्रेडिट लेने का काम किया- दीपक प्रकाश
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि निराशा से भरा हुआ बजट है। असफलताओं की कुंजी है। गरीब विरोधी, आदिवासी विरोधी, रोजगार नहीं देने वाला बजट है। झारखंड की मूलभूत समस्या और उसके समाधान का बजट में कोई प्रावधान नहीं है। इसमें बेरोजगारों को रोजगार कैसे देंगे, इसका उल्लेख नहीं है।
दीपक प्रकाश ने कहा कि छोटे-छोट उद्याेगों पर सरकार की कोई दृष्टि नहीं है। केंद्र सरकार की जितनी योजनाएं हैं, मुख्यमंत्री उन्हें अपने राज्य में नाम बदल कर चलाने वाले हैं। आयुष्मान योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का नाम बदलकर उसका क्रेडिट लेना चाहते हैं। ये एक एंटी एग्रीकल्चर बजट है। बजट में सरकार ने गुरुजी के नाम से भोजन वितरण की योजना बनाई है। पिछले साल कोरोना काल में दाल-भात का जो हश्र हुआ था, वही इसका भी होगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हेमंत सरकार ने क्रेडिट लेने का काम किया है। सच तो ये है कि PM के नेतृत्व में महामारी से लड़ाई लड़ी गई। ये क्रेडिट कोरोना वॉरियर्स का है, वैक्सीनेशन बनाने वाले वैज्ञानिकों का है। CM को इसका क्रेडिट नहीं लेना चाहिए। मिनरल्स कॉरिडोर बनाने की बात कोई नई नहीं है। हेमंत सोरेन के CM बनने के बाद से मिनरल्स इनलिगल कॉरिडोर चल रहा है। दीपक प्रकाश ने कहा कि मैं मांग करता हूं कि राज्य सरकार ने पिछले बजट में क्या खर्च किया, इसका भी जनता के सामने श्वेत पत्र जारी करना चाहिए।