एएफआरसी ने संस्थान को छात्रों से ली गई अधिक फीस लौटाने के निर्देश दिए। प्रतीकात्मक फोटो
- अधिकारियों के मुताबिक दूसरे वर्ष की एडवांस फीस लेना गलत
छात्रों से तय फीस से अधिक लेना शिक्षण संस्थानों को महंगा पड़ेगा। उन्हें ब्याज के साथ ज्यादा ली गई राशि का भुगतान करना पड़ सकता है। एडमिशन एंड फीस रेग्युलेटरी कमेटी (एएफआरसी) ने जबलपुर के सुख सागर मेडिकल काॅलेज को छात्रों को फीस लौटाने के निर्देश दिए हैं। इसमें 120 छात्र शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक छात्रों से एडवांस ट्यूशन फीस ढाई लाख, रिफंडेबल काशनमनी 25 हजार रुपए, रिफंडेबल हॉस्टल काॅशन मनी 50 हजार और रिफंडेबल लायब्रेरी डिपाजिट दस हजार रुपए लिए गए थे। इस संबंध में करीब सवा साल पहले छात्रों ने फीस कमेटी में ज्यादा फीस लेने की जानकारी दी थी। दरअसल, इन छात्रों ने 2016-17 के कोर्स में दाखिला लिया था। बाद में प्रदेश के अन्य मेडिकल कालेजों में एडमिशन ले लिया था। इसके विभिन्न कारण थे। लेकिन, इससे सीधे तौर पर छात्रों का नुकसान हो रहा था।
एडवांस फीस लेना गलत
अधिकारियों के मुताबिक कई काॅलेज प्रथम वर्ष में पढ़ने वाले छात्रों से दूसरे वर्ष की एडवांस फीस ले लेते हैं। यह गलत है। कई बार इन्हें आगे की मान्यता नहीं मिलती है या छात्र ही काॅलेज बदल लेते हैं तो ये फीस लौटाने में आनाकानी करते हैं। ऐसे मामले में छात्रों की कोई गलती नहीं होती। अगर इस तरह के मामले अन्य मेडिकल, इंजीनियरिंग व दूसरे पाठ्यक्रमों के सामने आते हैं तो संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में मूल फीस के साथ काॅलेज को ब्याज भी देना पड़ सकता है।
फीस लौटाने के दिए निर्देश
संस्थान को छात्रों से ली गई अधिक फीस लौटाने के निर्देश दिए गए हैं। काॅलेज किसी भी छात्र से तय फीस से अधिक फीस नहीं ले सकते। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। -डॉ. रवींद्र कान्हेरे, अध्यक्ष, एएफआरसी