
ट्रैक्टर चालक से बात करते जीप में बैठे पुलिसकर्मी
- उज्जैन से बायपास होकर जा रहे थे देवास
उज्जैन ट्रैफिक पुलिस का शर्मसार करने वाला चेहरा उस समय सामने आया जब रोजी-रोटी के लिए सैकड़ों किमी. दूर से आए हरियाणा के ट्रैक्टर चालकों ने अवैध वसूली की शिकायत की। ये ट्रैक्टर चालक मध्यप्रदेश में गेहूं की कटाई के लिए हरियाणा से हार्वेस्टर और ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर हर सीजन में आते हैं। ट्रैक्टर चालक के पास 1570 रुपए थे और वह पूरे ले लिए। चालक ने कहा कि 70 रुपए चाय पीने के तो रहने दो लेकिन वो भी पुलिस ने ले लिए।
ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें नो इंट्री के बावजूद शहर में घुस आने का डर दिखाकर पहले तो पांच हजार रुपए प्रति ट्रैक्टर की मांग की। इतने रुपए देने में चालकों की ओर से असमर्थता जताने पर पुलिस वालों ने कहा कि चलो, एक हजार ही दे दो। उसके बाद पांच-पांच सौ रुपए लेने के बाद ही तीनों चालकों को जाने दिया। चाय पीने के लिए पैसे नहीं छोड़े। इसी बीच कुछ मीडियाकर्मी मौके पर पहुंच गए तो उन्हें देख पुलिस की गाड़ी तेज रफ्तार से निकल गई। ट्रैफिक डीएसपी एचएन बाथम ने कहा कि मामला जानकारी में है। दरअसल, हरियाणा के फतेहाबाद निवासी तीन ट्रैक्टर चालक शनिवार को गेहूं की कटाई के लिए नागझिरी बायपास से होते हुए देवास जा रहे थे। इसी बीच बायपास पर सुनसान स्थान पर पीछे से बोलेरो गाड़ी में सवार ट्रैफिक पुलिस वालों ने ओवरटेक कर उन्हें रोक लिया।
नो इंट्री में घुस आए हो, पांच हजार दो नहीं तो बंद कर देंगे
पुलिस वालों ने ट्रैक्टर चालकों को बुलाकर कहा कि तुम लोग नो इंट्री में शहर में घुस आए हो। पांच-पांच हजार रुपए का जुर्माना लगेगा। ड्राइवरों ने कहा कि साहब, हम लोग तो शहर से बाहर बने बायपास से आ रहे हैं। इस पर एक पुलिस वाले ने ट्रैक्टर से चाबी ले ली। उसके बाद ड्राइवर राजेंद्र चौहान को जीप में बैठाकर ले जाने लगे। कुछ दूर जाने के बाद जीप रोक दी। ट्रैक्टर चालक महेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस वाले पहले प्रति ट्रैक्टर पांच हजार मांगे। उसके बाद एक-एक हजार रुपए मांगने लगे। चालक अर्जुन सिंह ने बताया कि पुलिस वाले धमका रहे थे कि जल्दी दो नहीं तो बंद कर देंगे।
चाय के लिए भी नहीं छोड़े पैसे
चालक राजेंद्र ने बताया कि पर्स में 1570 रुपए थे। सब ले लिए। हमने कहा कि साहब, 70 रुपए चाय के लिए तो छोड़ दो तो एक सिपाही ने कहा कि 70 रुपए भी दो तभी चाबी मिलेगी। पुलिसवाले ने चाय के लिए भी पैसे नहीं छोड़े।